पत्रकारों की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए: पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ की अपील–प्रदेश अध्यक्ष
रायपुर (गंगा प्रकाश)। पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मानी जाती है, जो समाज में व्याप्त बुराइयों और असमानताओं पर प्रहार कर समाज को जागरूक करता है। लेकिन वर्तमान में पत्रकारिता के इस महत्वपूर्ण पेशे में कार्यरत पत्रकार स्वयं शोषण और उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं।
आज के पत्रकार न केवल खबरों की खोज में लगे रहते हैं, बल्कि उन्हें अपने पेशेवर अधिकारों की भी रक्षा करनी पड़ती है। कई मीडिया संस्थान अपने कर्मचारियों से अत्यधिक कार्य करवाते हैं, लेकिन उन्हें उचित मेहनताना नहीं देते। इसका परिणाम यह होता है कि पत्रकारों को अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
इसके अलावा, पत्रकारों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। उन्हें उच्च रक्तचाप, शुगर जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जो उनके कार्य की अत्यधिक दबाव और तनाव का परिणाम हैं।
इन सभी चुनौतियों के बावजूद, पत्रकार समाज की सेवा में निरंतर लगे रहते हैं। वे अपने पेशे को कलंकित होने से बचाने के लिए संघर्ष करते हैं और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाते हैं।
पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ इस प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सभी पत्रकारों से अपील करता है कि वे एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करें और पत्रकारिता के सम्मान को बनाए रखें। हमें मिलकर एक मजबूत और स्वतंत्र पत्रकारिता की दिशा में कदम बढ़ाना होगा।



