ग्राम पंचायत सांकरा में अनुदान राशि में गड़बड़ी, फर्जी बिलों के जरिए लाखों का गबन, कोरोना काल में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया

छुरा (गंगा प्रकाश)। छुरा जनपद की ग्राम पंचायत सांकरा में कोरोना काल के दौरान ग्राम विकास कार्यों के लिए दी गई अनुदान राशि में भ्रष्टाचार और फर्जी बिलों के माध्यम से गड़बड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। eGramSwaraj पोर्टल के तहत प्रस्तुत किए गए बिलों के आधार पर यह जानकारी मिली है कि सरपंच और सचिव ने मिलकर लाखों रुपए का गबन किया।
फर्जी बिलों का खेल
eGramSwaraj पोर्टल पर अपलोड किए गए विकास कार्यों के बिलों में कई ऐसे कार्यों का उल्लेख है जिनका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है। इसके बावजूद इन बिलों को मंजूरी दी गई और सरकारी अनुदान राशि का दुरुपयोग किया गया।


इस पोर्टल पर दर्ज फर्जी विकास कार्यों के रिकॉर्ड यह दर्शाते हैं कि सरपंच और सचिव ने मिलीभगत कर भारी गबन किया है।
पंचायत कर्मचारी का पक्ष
जब इस संबंध में पंचायत कर्मी खेमन साहू से बात की गई, तो उन्होंने कहा,
“मैं आपके सवालों का जवाब देने का अधिकृत नहीं हूं। इस विषय पर सरपंच ही जानकारी दे सकते हैं। वैसे भी आप जो पूछ रहे हैं, वह पिछ्ले कार्यकाल का मामला है। हमने अपने कार्यकाल में हर योजना को पूरी ईमानदारी से निभाया है।”
प्रशासनिक चुप्पी और सवाल
हालांकि eGramSwaraj पोर्टल पर मौजूद रिकॉर्ड में यह मामला स्पष्ट है, फिर भी स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या यह सब प्रशासन की मिलीभगत से हुआ है, या फिर यह विभागीय लापरवाही का नतीजा है?
सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग है कि:
- eGramSwaraj पोर्टल पर दर्ज बिलों की गहन जांच हो।
- सरपंच और सचिव के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों में सख्त कार्रवाई की जाए।
- ग्राम पंचायत की समस्त वित्तीय गतिविधियों का ऑडिट कर उचित कदम उठाए जाएं।
“eGramSwaraj पोर्टल पर दर्ज फर्जी बिल इस घोटाले को उजागर करने के लिए पर्याप्त प्रमाण हैं। प्रशासन से अपेक्षा है कि वह शीघ्र कार्रवाई करेगा,”