Cgnews:शक्ति जिले में एसीबी की बड़ी कार्यवाही: 20 हजार की रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथ गिरफ्तार, कार्यालय में मचा हड़कंप

शक्ति (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के शक्ति जिले में आज भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की एक और बड़ी और साहसिक कार्रवाई सामने आई। ग्राम कैथा में पदस्थ पटवारी पवन सिंह को एसीबी बिलासपुर यूनिट की टीम ने 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पटवारी कार्यालय गुजिया बोड़ में की गई, जहां एसीबी की अचानक छापेमारी से अफसरों में हड़कंप मच गया।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता रामशरण कश्यप, निवासी ग्राम कैथा, ने 26 अप्रैल को शिकायत दी थी कि उसके पिता की भूमि (खसरा नंबर 321/2 और 1592/2) का रिकॉर्ड बी-1 ऑनलाइन में अदृश्य है। उन्होंने रिकॉर्ड दुरुस्ती के लिए एसडीएम कार्यालय में आवेदन दिया था, जहां से तहसीलदार ने पटवारी पवन सिंह को आवश्यक सुधार के निर्देश दिए थे। लेकिन पटवारी ने इसके बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की।
एसीबी की प्लानिंग और ट्रैप:
शिकायत की पुष्टि के बाद ACB बिलासपुर इकाई ने ट्रैप योजना बनाई। आज 2 मई को जैसे ही शिकायतकर्ता ने पटवारी को तयशुदा रिश्वत की रकम सौंपी, वैसे ही मौके पर मौजूद एसीबी टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है और आरोपी को तत्काल हिरासत में लिया गया।
आरोपी की पहचान:
गिरफ्तार पटवारी की पहचान पवन सिंह के रूप में हुई है, जो जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के ग्राम अधौरा का निवासी है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
लगातार तीसरी कार्यवाही:
गौरतलब है कि शक्ति जिले में यह एसीबी की चार महीनों के भीतर तीसरी कार्यवाही है। इससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान अब तीव्र और परिणामदायक हो चुका है। एसीबी सूत्रों के अनुसार आने वाले समय में ऐसी कार्रवाइयाँ और भी तेज होंगी।