Cgnews: कोंडागांव में सर्व पिछड़ा वर्ग समाज की जिला स्तरीय बैठक सम्पन्न — संगठन विस्तार और सामाजिक विषयों पर बनी ठोस रणनीति

कोंडागांव (गंगा प्रकाश)। सर्व पिछड़ा वर्ग समाज, कोंडागांव जिला इकाई द्वारा आयोजित जिला स्तरीय बैठक आज फरसगांव स्थित विश्रामगृह में सम्पन्न हुई। यह बैठक समाज के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, सामाजिक एकता को प्रोत्साहित करने एवं आगामी कार्य योजनाओं को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।

बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रितेश पटेल ने की। उन्होंने अपने उद्घाटन वक्तव्य में समाज के संगठनात्मक सशक्तिकरण, युवाओं की भागीदारी, सरकारी स्तर पर संवाद और सामाजिक जागरूकता अभियान को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में विभिन्न विकासखंडों से आए समाजसेवी, प्रतिनिधि, पदाधिकारी और वरिष्ठ मार्गदर्शकों की उपस्थिति ने आयोजन को व्यापक और प्रभावशाली बनाया।
प्रशासनिक संवाद को लेकर बनी सहमति
बैठक के दौरान यह प्रस्ताव पारित हुआ कि समाज की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही नवपदस्थ कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना और पुलिस अधीक्षक वाय. अक्षय कुमार से शिष्टाचार भेंट कर जिले में सर्व पिछड़ा वर्ग समाज से जुड़े मुद्दों, सुविधाओं, छात्रवृत्ति, सामाजिक न्याय, एवं विकास कार्यों को लेकर चर्चा करेगा। इसके माध्यम से समाज की समस्याओं को सीधे प्रशासन के समक्ष रखने की रणनीति तैयार की गई।
संगठन विस्तार पर विशेष फोकस
बैठक में निर्णय लिया गया कि विकासखंड केशकाल और विश्रामपुरी में शीघ्र संगठनात्मक बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें स्थानीय पदाधिकारियों की नियुक्ति कर ब्लॉक स्तरीय कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। यह निर्णय समाज के जमीनी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि प्रत्येक क्षेत्र से समाज की सहभागिता सुनिश्चित हो सके।
प्रमुख उपस्थितजन एवं उनके विचार
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ संरक्षक नीलकंठ शार्दुल, संभाग उपाध्यक्ष फूलचंद दीवान, जिला उपाध्यक्ष मनोज देवांगन, जिला महामंत्री रैमल दीवान, मीडिया प्रभारी अमित गुप्ता, सचिव योगेश्वर साहू, सामाजिक कार्यकर्ता लोकनाथ राठौर, जिला पंचायत सदस्य नन्दलाल राठौर, देवेंद्र पटेल, डिगेश्वर साहू, कलार समाज जिलाध्यक्ष त्रिनाथ दीवान, रामनाथ पांडे, राजेश साहू और रामकृष्ण पटेल सहित अन्य समाजसेवी गण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में वक्ताओं ने समाज को संगठित करने, शिक्षा और स्वरोजगार पर ध्यान केंद्रित करने, एवं पिछड़े वर्ग के युवाओं को अवसर दिलाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही यह भी तय किया गया कि समाज की गतिविधियों की जानकारी जनसामान्य तक पहुँचाने के लिए डिजिटल माध्यमों का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।
निष्कर्ष
बैठक का समापन सामाजिक एकता, जागरूकता और संगठन के प्रति समर्पण के संकल्प के साथ हुआ। यह बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि समाज के भावी दिशा और दशा को लेकर आशा की एक नई किरण के रूप में देखी जा रही है।