Cgnews:देश की दिशा तय करेगा ‘एक देश, एक चुनाव’! गरियाबंद में गरजी सांसद रूप कुमारी चौधरी की आवाज

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। “अब और नहीं चलेगा टुकड़ों में चुनावों का झंझट… देश को चाहिए एक संकल्प, एक चुनाव!” — गरियाबंद के ऑक्सन हॉल में मंगलवार को आयोजित संगोष्ठी में सांसद रूप कुमारी चौधरी की ये आवाज गूंज उठी, तो तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल भर उठा।
सर्व समाज, गायत्री परिवार और व्यापारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के हर वर्ग की मौजूदगी ने बता दिया कि “एक देश, एक चुनाव” अब केवल एक विचार नहीं, बल्कि जनआंदोलन का रूप ले रहा है।

“हर साल चुनाव, हर साल रुकावट!” — सांसद का तीखा हमला
मुख्य अतिथि रूप कुमारी चौधरी ने दो टूक कहा कि आज देश को “एक साथ चुनाव” की सख्त जरूरत है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या बार-बार आचार संहिता लगाकर विकास योजनाओं को रोक देना उचित है?
“हमारा प्रशासन, हमारी नीतियां और हमारे अधिकारी बार-बार चुनावी झंझटों में फंसे रहते हैं। इससे जनता का नुकसान होता है। अगर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हों, तो न केवल करोड़ों रुपये की बचत होगी, बल्कि शासन व्यवस्था में स्थिरता भी आएगी।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जनप्रतिनिधि तब ही जनता की सेवा कर पाएंगे जब उनका कार्यकाल चुनावी उलझनों से मुक्त हो।
इतिहास गवाह है — पहले भी होता था एक साथ चुनाव: चंदूलाल साहू
राज्य भंडारगृह निगम के अध्यक्ष चंदूलाल साहू ने ऐतिहासिक तथ्यों के साथ जोरदार प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि 1952 से 1967 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे। लेकिन समय पूर्व सरकारें गिरने से यह परंपरा टूट गई।
“आज फिर समय आ गया है कि इस परंपरा को पुनः स्थापित किया जाए। एक साथ चुनाव से नीति-निर्माण में स्थिरता आएगी, और सरकारें पूरे कार्यकाल में जनहित में फैसले ले सकेंगी।”
वक्ताओं ने भर दी लोकतंत्र में नई ऊर्जा
पूर्व विधायक समरूधर पुजारी, गायत्री परिवार की सुनीता साहू, प्राचार्य डॉ. आरके तलवारे, अधिवक्ता लोकनाथ साहू, वरिष्ठ नागरिक सत्यप्रकाश मानिकपुरी और डॉ. सत्येंद्र तिवारी सहित अनेक वक्ताओं ने इस पहल को लोकतंत्र को मजबूती देने वाला और संसाधनों के समुचित उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
शहर के चौराहों से लेकर सोशल मीडिया तक गूंजेगा एक ही नारा — एक देश, एक चुनाव!
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल चंद्राकर, पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय, नगर पालिका अध्यक्ष रिखीराम यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप, व्यापारी संघ के हरीश ठक्कर, सुमित पारख, विजय शर्मा, भगवानों बेहरा, सोहन देवांगन सहित समाज के हर क्षेत्र से जुड़े चेहरे शामिल हुए।
सभी वक्ताओं और प्रमुख अतिथियों को “एक देश, एक चुनाव” का प्रतीक मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
संयोजन में दिखा अनुशासन और जोश
कार्यक्रम के संयोजक चंद्रशेखर साहू ने पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित और प्रभावशाली तरीके से संचालित किया। मंच संचालन से लेकर श्रोताओं की भागीदारी तक, हर पहलू में एकता और उद्देश्य की स्पष्ट झलक दिखी।
तो क्या आने वाला है चुनाव प्रणाली में बड़ा बदलाव? गरियाबंद की ये संगोष्ठी शायद उसी ऐतिहासिक शुरुआत का संकेत है!