MP NEWS:दमोह में दरिंदगी की हद पार: 4 लाख की लूट के बाद शिक्षक को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

MP NEWS:दमोह में दरिंदगी की हद पार: 4 लाख की लूट के बाद शिक्षक को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

 

दमोह/मध्यप्रदेश (गंगा प्रकाश)। शिक्षक का पेशा जहां ज्ञान और सेवा का प्रतीक माना जाता है, वहीं दमोह जिले में गुरुवार की रात एक शिक्षक के साथ जो हुआ, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। चार लाख रुपए लूटने के बाद दरिंदों ने उन्हें पेट्रोल डालकर जिंदा आग के हवाले कर दिया। तड़पते हुए शिक्षक ने आखिरी बार अपने भाई को फोन किया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। यह वारदात न केवल जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में बढ़ती वहशियत का भी काला चेहरा उजागर करती है।

क्या है पूरा मामला?

घटना हटा थाना क्षेत्र के हारट और बरोदा गांव के बीच नहर के पास की है।

मृतक शिक्षक की पहचान राजेश त्रिपाठी (47), निवासी ग्राम सुनवाहा के रूप में हुई है। वे शासकीय प्राथमिक विद्यालय रूसंदो में शिक्षक के पद पर पदस्थ थे। गुरुवार को वे किसी जरूरी कार्य से हटा आए थे और वहां से चार लाख रुपए लेकर रात को अपने गांव लौट रहे थे।

इसी दौरान, अज्ञात बदमाशों ने उनकी बाइक रुकवाई, उन्हें घसीटकर पीटा और रुपए लूट लिए। लेकिन लूट के बाद भी दरिंदों का दिल नहीं पसीजा — उन्होंने राजेश के ऊपर पेट्रोल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया।

आग की लपटों में झुलसते हुए किया भाई को फोन

झुलसी हालत में, राजेश ने किसी तरह अपने भाई मुकेश त्रिपाठी को फोन किया और खुद बताया कि कुछ लोगों ने उनकी बाइक रोककर रुपए लूट लिए हैं और अब उन्हें आग लगा दी गई है। यह सुनकर परिजन आनन-फानन में मौके पर पहुंचे, जहां राजेश अधजली हालत में तड़पते मिले। पास ही उनकी बाइक और एक बैग बरामद हुआ।

जिंदगी की जंग हारा शिक्षक

परिजन तुरंत उन्हें हटा सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर बताई और जिला अस्पताल दमोह रेफर कर दिया। लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस जांच शुरू, पूरे जिले में फैली सनसनी

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली टीआई मनीष कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली। पुलिस ने हटा थाना क्षेत्र की टीम को भी सतर्क कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है — लूट, हत्या और षड्यंत्र की सभी संभावनाएं देखी जा रही हैं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल्स की भी जांच की जा रही है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने उठाई न्याय की मांग

शिक्षक की दर्दनाक मौत से ग्रामीणों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों और शिक्षक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा, सरकारी नौकरी और सुरक्षा की भी मांग उठ रही है।

प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

घटना के बाद प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। रात के समय शिक्षक जैसे जिम्मेदार नागरिक का सड़क पर इस कदर मारा जाना बताता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है।

अब सवाल ये है:

  • क्या शिक्षक की मौत यूं ही फाइलों में दफ्न हो जाएगी?
  • क्या बदमाशों की गिरफ्तारी होगी या ये भी एक ‘अनसुलझा केस’ बन जाएगा?
  • क्या शिक्षक समाज की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नीति बनेगी?

जनता, शिक्षक समाज और पीड़ित परिवार को अब केवल एक ही चीज चाहिए — न्याय। और वह भी जल्द।

 

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