
जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं – पंडित प्रदीप चौबे।
नगर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन हम सब का सौभाग्य – धर्मजीत सिंह।
राजेश सोनी
तखतपुर (गंगा प्रकाश)। भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। भागवताचार्य पंडित प्रदीप चौबे ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।
पुराना थाना प्रांगण में चल रही श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को भागवताचार्य ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सहित श्रीकृष्ण के जन्म पर झूमते हुए भक्तजनों ने खुशियां मनाई।
श्रीकृष्ण जन्म की झांकी ने सभी का मन मोह लिया। श्रद्धालुओं ने भजनों पर झूमते हुए श्रीकृष्ण की जन्म की सबको बधाई दी। इस मौके पर फूलो की वर्षा किया गया। मिष्ठान आदि का वितरण किया गया। कथा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया। कथा मंडप जय जय श्री राधे के जयकारों से गूंज उठा।
आयोजित श्रीमद भागवत कथा का श्रवण लाभ लेने लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह पहुंचे। जहा उन्होंने महाराज जी से आशीर्वाद सहित कथा का आनंद लिया।
इस अवसर पर सत्येंद जायसवाल किशोर जायसवाल सौरभ जायसवाल अमर जायसवाल सहित अन्य भक्तजन उपस्थित रहे।