ब्रेकिंग न्यूज: गौरमुंड जंगल में बड़ी नक्सली साज़िश नाकाम! कुकर बम से उड़ाना चाहते थे जवानों को, CRPF और जिला बल ने समय रहते किया निष्क्रिय

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्रांतर्गत घने और दुर्गम गौरमुंड के जंगलों में नक्सलियों द्वारा रची गई एक बड़ी साजिश को सुरक्षा बलों ने समय रहते नाकाम कर दिया। नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के इरादे से कुकर बम (IED) छिपाकर रखे हुए थे, जिन्हें आज चलाए गए सर्च ऑपरेशन में बरामद कर निष्क्रिय कर दिया गया।

जानकारी के अनुसार, नक्सल विरोधी अभियान के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ 65वीं बटालियन की ‘एफ’ कंपनी ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर कुमार के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम को खुफिया इनपुट मिला था कि गौरमुंड के जंगलों में नक्सलियों की संदिग्ध गतिविधियाँ देखी गई हैं। इसके बाद टीम सुबह जंगल में रवाना हुई।
जंगल में बिछाया गया था मौत का जाल
सुरक्षा बलों को सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल की झाड़ियों के बीच दो कुकर बम मिले, जिनका वजन लगभग 5-5 किलोग्राम था। इन IED में टाइमर और ट्रिगर वायर की भी व्यवस्था थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह विस्फोटक जवानों की हत्या के इरादे से लगाया गया था।
सुरक्षा बलों की BDS (बॉम्ब डिस्पोज़ल स्क्वाड) टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों बमों को नियंत्रित विस्फोट से नष्ट कर दिया। यदि यह विस्फोट होते, तो कई जवानों की जान के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण और मवेशी भी इसकी चपेट में आ सकते थे।
बरामद हुआ नक्सलियों का सामान
सर्चिंग के दौरान टीम को जंगल से नक्सलियों के उपयोग की सामग्री भी मिली जिसमें सोलर प्लेट, इलेक्ट्रिक वायर, बर्तन, खाने-पीने की चीजें और जंगल में डेरा डालने के उपकरण शामिल थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि हाल के दिनों में नक्सली इस इलाके में सक्रिय रहे हैं और कुछ बड़ा हमला करने की फिराक में थे।
शांतिपूर्वक संपन्न हुआ ऑपरेशन, ग्रामीणों में राहत
संपूर्ण ऑपरेशन पूरी सतर्कता और रणनीतिक सूझबूझ से संपन्न किया गया। सुरक्षा बलों की इस कार्यवाही से क्षेत्र में बड़ी जनहानि टली है। ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है। कई स्थानीय नागरिकों ने बताया कि हाल के दिनों में जंगलों में अजनबी आवाजें और हलचल देखी जा रही थी, लेकिन डर के मारे कोई कुछ कह नहीं पा रहा था।
वरिष्ठ अधिकारियों का बयान
जिला पुलिस अधीक्षक निखील राकेचा ने इस कार्यवाही को सुरक्षाबलों की सजगता और प्रशिक्षण का परिणाम बताते हुए कहा, “हमारे जवान हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं। नक्सलवाद के खिलाफ अभियान और तेज़ होगा और नक्सलियों को हर मोर्चे पर जवाब दिया जाएगा।”
वहीं सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “ग्रामीणों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति बहाली हमारी प्राथमिकता है। इस प्रकार की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।”
निष्कर्ष:
यह कार्रवाई नक्सल उन्मूलन अभियान में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। सुरक्षा बलों ने साबित कर दिया है कि चाहे नक्सली कितना भी गुप्त जाल बिछा लें, हमारी सतर्कता और समर्पण के सामने उनकी एक नहीं चलने वाली।