CGNEWS:”गौरव गरियाबंद” की गूंज से बदली जिले की तस्वीर, राज्य में टॉप रैंकिंग में पहुंचा

CGNEWS:”गौरव गरियाबंद” की गूंज से बदली जिले की तस्वीर, राज्य में टॉप रैंकिंग में पहुंचा

कलेक्टर बी.एस. उइके बोले – लेशन प्लान आधारित पढ़ाई से ही मिलेंगे स्थायी परिणाम

12वीं में 90.17% और 10वीं में 80.70% परिणाम, दो वर्षों में 22वें से चौथे स्थान तक की छलांग

 

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। कभी राज्य के पिछड़े शैक्षणिक जिलों में शुमार गरियाबंद ने अब शिक्षा के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित वर्ष 2025 के कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणामों में गरियाबंद जिले ने राज्य में चौथा स्थान प्राप्त कर एक बड़ी छलांग लगाई है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए जिले में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में “गौरव सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन किया गया, जहां जिला प्रशासन द्वारा चयनित विद्यार्थियों और विद्यालयों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर गरियाबंद के कलेक्टर श्री बी.एस. उइके ने कहा, “गौरव गरियाबंद अभियान ने यह सिद्ध कर दिया है कि ठोस योजना, समर्पित शिक्षकों और मेहनती छात्रों की त्रिवेणी जब बहती है, तो परिणाम भी गौरवशाली होते हैं।” उन्होंने बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 10वीं कक्षा के 23 और 12वीं कक्षा के 11 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही उत्कृष्ट विद्यालयों के प्राचार्यों को भी सम्मानित कर उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।

लेशन प्लान से मिलेगी दिशा और परिणाम

अपने संबोधन में कलेक्टर श्री उइके ने सभी शिक्षकगणों को स्पष्ट निर्देश दिया कि बोर्ड परीक्षाओं में और बेहतर प्रदर्शन के लिए लेशन प्लान के आधार पर जुलाई से ही सिलेबस विभाजित कर तैयारी शुरू करवाई जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान नहीं, बल्कि प्रायोगिक और प्रयोग आधारित शिक्षा दी जाए ताकि वे विषयों की गहराई तक जा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि NEET और JEE जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग से कार्ययोजना बनाकर मार्गदर्शन भी सुनिश्चित किया जाए।

गौरव गरियाबंद की दो वर्षों की मेहनत रंग लाई

गौरव गरियाबंद अभियान की शुरुआत दो वर्ष पूर्व जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयासों से की गई थी। इसका उद्देश्य था – शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, रैंकिंग में सुधार, और अधिक से अधिक बच्चों को प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कराना।

जिला शिक्षा अधिकारी श्री ए.के. सारस्वत ने जानकारी दी कि अभियान की शुरुआत से पूर्व जिले की रैंकिंग कक्षा 12वीं में 22वें और 10वीं में 19वें स्थान पर थी। आज यही जिला 12वीं में चौथे और 10वीं में 14वें स्थान पर आ पहुंचा है।

  • प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्र: 10वीं में 26% से बढ़कर 37% और 12वीं में 25% से बढ़कर 45%
  • शत-प्रतिशत परिणाम देने वाले स्कूल: 10वीं में 6 से बढ़कर 23, 12वीं में 6 से बढ़कर 11
  • वार्षिक वृद्धि: 12वीं में 8% और 10वीं में 3% की वृद्ध‍ि

सम्मान समारोह में उमड़ा उत्साह

सम्मान समारोह के दौरान सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा जब मंच से टॉपर विद्यार्थियों के नामों की घोषणा हुई। कुछ विद्यार्थियों की आंखों में खुशी के आंसू थे, तो कहीं शिक्षकों की मेहनत और अभिभावकों की तपस्या के प्रतिबिंब दिखे।

कार्यक्रम में डीईओ श्री सारस्वत, गौरव गरियाबंद के नोडल अधिकारी श्याम चंद्राकर, मनोज केला, डीएमसी के.एस. नायक, बीईओ, बीआरसी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कलेक्टर ने दी नई प्रेरणा

कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर श्री उइके ने शिक्षा विभाग की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा, “शिक्षा एक मिशन है, केवल ड्यूटी नहीं। यदि हम इसी लगन और संकल्प के साथ कार्य करते रहें, तो आने वाले वर्षों में गरियाबंद राज्य ही नहीं, देश में अपनी अलग पहचान बनाएगा।”

उपसंहार

गौरव गरियाबंद अभियान ने यह प्रमाणित कर दिया है कि यदि योजना, क्रियान्वयन और समर्पण का सही तालमेल हो, तो कोई भी जिला शिक्षा के क्षेत्र में पीछे नहीं रह सकता। इस अभूतपूर्व सफलता ने जिले को राज्य की शिक्षा मानचित्र पर अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा किया है, और आने वाले वर्षों में यह लहर और भी ऊँचाइयाँ छूने वाली है।

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