इन विटामिन की कमी से नसें हो जाती हैं कमजोर, शरीर को घेर लेती हैं ये बीमरियां, इन लक्षणों से करें पहचान

शरीर में कुछ विटामिन की कमी से नसों की कमजोरी हो सकती है। नसों की कमजोरी होने पर हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नता और कमजोरी महसूस होने लगती है। नसों की बीमारी कई बार गर्दन और शरीर के कई हिस्सों तक पहुंच सकती है। तो, ऐसे में चलिए जानते हैं किन विटामिन की कमी से नसें हो कमजोर हो जाती हैं?

छत्तीसगढ़ के अनिमेष कुजुर ने एशिया में भारत का परचम लहराया

नसें कमजोर होने पर दिखते हैं ये लक्षण

नसों के कमजोर होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जिनमें हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नपन, कमजोरी, चलने में परेशानी, मांसपेशियों में ऐंठन, बार-बार सिरदर्द या चक्कर, याददाश्त कमजोर होना, डिप्रेशन और हाथ-पैर कांपना शामिल हैं।

इन विटामिन की कमी से नसें हो जाती हैं कमजोर

विटामिन B1, B6, और B12 नसों को स्वस्थ रखने और उनकी कार्यक्षमता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन विटामिनों की कमी से नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुँच सकता है, जिससे नसों की कमजोरी और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

  • विटामिन B1: विटामिन बी1 कार्बोहाइड्रेट को एनर्जी में बदलता है और नर्व सेल्स को एनर्जी देता है। ये ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाता है और फिर शरीर की तमाम नसों के साथ इनकी कनेक्टिविटी को सही करता है। इसके अलावा ये विटामिन नसों को हमेशा हेल्दी रहने और मजबूती से काम करने में मदद करता है।
  • विटामिन B6: विटामिन बी6 नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने में मददगार है। ये विटामिन ब्रेन को हेल्दी रखता है। दरअसल, जब शरीर में इस विटामिन की कमी होती है तो आपको झटके लग सकते हैं। ऐसे में इस विटामिन की कमी से बचें।
  • विटामिन B12: विटामिन बी12 की कमी से नसों में अकड़न की समस्या होती है। इसकी कमी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाती है और फिर ये कई समस्याओं का कारण बनती है।

वास्तु दोष से बचें: घर के प्रवेश द्वार के सामने इन वस्तुओं को रखने से होता है अशुभ प्रभाव

नसों को मजबूत बनाने के लिए क्या करें?

नसों को मजबूत बनाने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त पानी पीना, और कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण है। नसों को मजबूत बनाने के लिए आप डाइट में अंडा, मछली, ब्रेकफास्ट में नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा सब्जियों का सेवन करें और लक्षण दिखते ही डॉक्टर को दिखाएं। ताकि समय से बीमारी कंट्रोल में रहे।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *