CG: गरियाबंद में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: दो अलग-अलग जगहों से 95 लीटर अवैध ताड़ी के साथ दो तस्कर धराए, तेलंगाना-ओडिशा से जुड़े हैं तार

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। गरियाबंद जिले में चलाए जा रहे “नया सवेरा अभियान” के तहत थाना देवभोग पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। जिले में अवैध शराब तस्करों की कमर तोड़ने की दिशा में दो अलग-अलग मामलों में कुल 95 लीटर अवैध ताड़ी (छिंद रस) जब्त की गई है। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। इस कार्यवाही में पुलिस ने यह भी उजागर किया कि पकड़े गए दोनों आरोपी न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि तेलंगाना और ओडिशा राज्यों से संबंध रखते हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ताबड़तोड़ कार्रवाई
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि जिले में नशा, अवैध शराब, गांजा तस्करी और बिक्री जैसे अपराधों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए। इसी कड़ी में थाना देवभोग की टीम ने मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की।
दोनों स्थानों पर एक जैसी गतिविधि, अलग-अलग समय में धरे गए आरोपी
दिनांक 17.06.2025 को थाना देवभोग पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध व्यक्ति अलग-अलग स्थानों पर अवैध ताड़ी रखकर बिक्री करने की तैयारी में हैं।
- पहला स्थान था ग्राम धुमामुड़ा के समीप नदी किनारा।
- दूसरा स्थान था ग्राम कैटपदर (लखन डोंगरी के पास)।
पुलिस टीम ने तुरंत दो टीमें गठित कर मौके पर रवाना किया और घेराबंदी कर दोनों संदिग्धों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
पहला आरोपी:
👉 बंगाला सैदुलू पिता यलायह, उम्र 40 वर्ष, मूल निवासी – गुड़ीवार्ड, थाना खेतापल्ली, जिला नलगोंडा (तेलंगाना), वर्तमान पता – खपराडीह, थाना चांदाहांडी, जिला नबरंगपुर (ओडिशा)।
🔸 इस आरोपी के पास से 50 लीटर अवैध ताड़ी (छिंद रस) बरामद किया गया, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत ₹2500/- बताई जा रही है।
दूसरी आरोपी (महिला):
👉 कृष्णावेनी गौड पति भिक्षम गौड, उम्र 36 वर्ष, मूल निवासी – नारकेटपल्ली, थाना नालगोंडा, जिला नालगोंडा (तेलंगाना), वर्तमान पता – कसीपानी, थाना सीनापाली, जिला नुआपाड़ा (ओडिशा)।
🔸 इनके पास से 45 लीटर अवैध ताड़ी (छिंद रस) बरामद किया गया, जिसकी कीमत भी लगभग ₹2250/- आँकी गई है।
किसी के पास नहीं थे वैध दस्तावेज़ या लाइसेंस
जब पुलिस ने दोनों आरोपियों से बरामद ताड़ी के वैध कागजात दिखाने को कहा, तो वे कुछ भी प्रस्तुत नहीं कर सके। यह स्पष्ट हो गया कि दोनों आरोपी अवैध रूप से नशीले मादक पदार्थ की बिक्री कर रहे थे और संभावित रूप से क्षेत्रीय नशा नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं।
पुलिस ने की सख्त कानूनी कार्रवाई
थाना देवभोग में दोनों आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई:
- अपराध क्रमांक 174/2025 एवं अपराध क्रमांक 175/2025
इन दोनों ही प्रकरणों में छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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देवभोग पुलिस की तत्परता ने टाली बड़ी दुर्घटना
अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई नहीं करती, तो यह अवैध ताड़ी आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से बिक सकती थी और कई निर्दोष ग्रामीण इसके शिकार हो सकते थे। बता दें कि ताड़ी जैसे कच्चे शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होता है, खासकर तब जब उसमें मिलावट की जाती है।
पुलिस अधीक्षक ने की टीम की सराहना
जिला गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक ने थाना देवभोग की पूरी टीम की तत्परता, सतर्कता और साहस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अवैध नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा और आने वाले दिनों में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है ताड़ी (छिंद रस)?
ताड़ी एक प्राकृतिक रस होता है जो छिंद (खजूर) पेड़ से निकाला जाता है। शुरुआत में यह मीठा और पेय योग्य होता है, लेकिन कुछ समय बाद यह स्वतः किण्वित होकर नशीला पेय बन जाता है। कई जगह इसे परंपरागत रूप से इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसका व्यावसायिक दुरुपयोग करके अवैध रूप से नशे के रूप में बेचना अपराध की श्रेणी में आता है।
गरियाबंद जिले में पुलिस की यह कार्यवाही स्पष्ट संदेश देती है कि अब नशे के कारोबारियों के लिए कोई जगह नहीं है। विशेषकर सीमावर्ती इलाकों में बाहर से आकर अपराध करने वालों के विरुद्ध अब कठोर व ठोस कार्रवाई की जाएगी।