छुरा से उठी योग चेतना की लहर, 21 जून को जिलेभर में होगा विराट योग उत्सव

पतंजलि योग समिति छुरा

छुरा से उठी योग चेतना की लहर, 21 जून को जिलेभर में होगा विराट योग उत्सव

 

छुरा/गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। छुरा से उथी योग चेतनाकी लहर : 21 जून को मनाए जाने वाले 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में तैयारियाँ जोरों पर हैं। इसी कड़ी में पतंजलि योग पीठ, भारत स्वाभिमान न्यास और पतंजलि योग समिति से जुड़े समस्त संगठनों की एक महत्त्वपूर्ण मैराथन बैठक छुरा के मानस मंदिर प्रांगण में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारत स्वाभिमान न्यास के जिला संरक्षक यशवंत यादव ने की, जिनके नेतृत्व में जिलेभर में योग को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प दोहराया गया।

पतंजलि योग समिति छुरा

योग – भारत की देन, विश्व का मार्गदर्शन

बैठक में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए यशवंत यादव ने कहा कि “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि सम्पूर्ण जीवन पद्धति है। यह शरीर, मन और आत्मा को संतुलन में लाने वाली विद्या है, जिसे भारत ने हजारों वर्ष पूर्व खोजा और अब पूरा विश्व इसे अपना रहा है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगगुरु स्वामी रामदेव का आभार जताते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों से 21 जून 2015 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया, जिसे अब 190 से अधिक देश अपना चुके हैं।

Brekings: “दूसरी पत्नी” बताकर आवास योजना से वंचित: मोंगरा की आदिवासी महिला मीना कमार की पीड़ा https://gangaprakash.com/?p=76522

श्री यादव ने कहा, “गरियाबंद जिले के प्रत्येक गाँव, पंचायत और कस्बे में योग की अलख जगाने का बीड़ा पतंजलि परिवार ने उठाया है। पाँच दिवसीय निःशुल्क योग शिविरों के माध्यम से आम नागरिकों को स्वस्थ जीवन की राह दिखाई जा रही है। हमें चाहिए कि हम योग को रोज़ की आदत में शुमार करें।”

 

“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम पर होगा आयोजन

इस अवसर पर पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी अर्जुन धनंजय सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” रखी गई है, जो वैश्विक स्वास्थ्य और पर्यावरण संतुलन की दिशा में भारत के योगदान को रेखांकित करती है। इसके अंतर्गत दो सिग्नेचर इवेंट्स — “योग संगम” और “हरित योग” — आयोजित किए जाएंगे।

योग शिविर

श्री सिन्हा ने कहा, “हर गांव, पंचायत, स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, जेल, अस्पताल, पुलिस लाइन, विभागीय परिसर और सार्वजनिक स्थल पर योग का सामूहिक अभ्यास कराया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षित योग साधकों को जिम्मेदारी दी जा रही है। यह आयोजन केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन आंदोलन बने — यही हमारा प्रयास है।”

उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष पहली बार यूजीसी नेट परीक्षा में भी योग विषय को शामिल किया गया है, और संयोगवश परीक्षा तिथि भी 21 जून ही है। यह सिद्ध करता है कि योग अब शिक्षा, चिकित्सा, शोध और जीवन शैली — सभी क्षेत्रों में स्थापित हो चुका है।

CG News : ट्रेन में चढ़ते वक्त महिला का गहनों से भरा बैग चोरी, तीन दिन बाद GRP ने दर्ज की FIR http://gangaprakash.com/?p=76476

संपूर्ण जिला होगा योगमय

बैठक में भारत स्वाभिमान न्यास के जिला प्रभारी संतराम कंवर ने कहा, “योग मानवता को भारत की सबसे बड़ी देन है। हमें इसे लेकर गर्व होना चाहिए। लेकिन साथ ही यह जिम्मेदारी भी है कि हम इस विद्या को घर-घर तक पहुँचाएं। यह केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि जीवन की दिशा है।” उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग — किसान, मजदूर, विद्यार्थी, महिलाएँ, अधिकारी, कर्मचारी — सभी को इस दिन भागीदारी करनी चाहिए।

इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों — शिक्षा, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, पुलिस, जेल, आयुर्वेद, पंचायत, चिकित्सा, कृषि आदि — से समन्वय स्थापित किया गया है। सभी विभागों को अपने स्तर पर योग शिविर आयोजित करने और लोगों को जोड़ने के लिए निर्देशित किया गया है।

जिलेभर से जुड़ी योग-शक्ति

इस बैठक में जिलेभर के योग प्रतिनिधि और कार्यकर्ता उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। मिथलेश सिन्हा (पतंजलि युवा भारत), ईश्वर यदु, गणेश आजाद (जिला योग प्रचारक), पं. यज्ञेश प्रसाद पांडेय, हरीश नेताम, शीतल ध्रुव, हीरालाल साहू, संतोष निषाद, कृष्णेश यदु सहित कई प्रमुख योग शिक्षक और स्वयंसेवक बैठक में शरीक हुए।

वहीं पतंजलि युवा भारत सह राज्य प्रभारी भानु प्रताप साहू, महिला योग समिति प्रभारी मिलेश्वरी साहू, बिंदु सिन्हा, टोपेश्वरी सिन्हा, शंकरलाल यदु, कीर्ति तारक, भोज पटेल, तीरथ, नितेश, भागवत साहू आदि ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए और आयोजन को सफल बनाने के लिए रणनीति साझा की।

कवासी लखमा बीमार हुए, मुलाकात करने पहुंचे भूपेश बघेल का दावा https://gangaprakash.com/?p=76501

समापन में आह्वान

बैठक के अंत में सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि 21 जून को योग दिवस केवल कार्यक्रम न होकर “जन-जागरण अभियान” बनेगा। प्रत्येक गाँव, घर और गली तक योग का संदेश पहुँचेगा। और जब देश का हर नागरिक योग करेगा — तभी हम एक स्वस्थ, समरस और सशक्त भारत की कल्पना को साकार कर पाएंगे।

पतंजलि योग समिति छुरा

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *