Brekings: पाठसिवनी में आम के पेड़ से लटका मिला महिला का शव: आत्महत्या या हत्या? पुलिस जांच में जुटी


छुरा (गंगा प्रकाश)। पाठसिवनी में आम के पेड़ से लटका मिला महिला का शव: गरियाबंद जिले के छुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पाठसिवानी गांव में आज शनिवार की सुबह एक महिला का शव गांव के बाहरी हिस्से में स्थित आम के पेड़ से संदिग्ध अवस्था में लटका हुआ पाया गया। महिला की पहचान शारदाबाई विश्वकर्मा (उम्र लगभग 50 वर्ष) के रूप में की गई है। यह घटना सामने आते ही स्थानीय पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
घटनास्थल की स्थिति से आत्महत्या पर उठे सवाल
पुलिस के अनुसार, शव आम के एक पेड़ की नीची टहनी से साड़ी के पल्लू के सहारे लटका हुआ था, लेकिन मृतका का शरीर जमीन से लगभग पूरी तरह सटा हुआ था। प्रारंभिक निरीक्षण में यह देखा गया कि फंदा कसाव के साथ नहीं बंधा हुआ था और साड़ी का पल्लू भी पूरी तरह जमीन से टकरा रहा था।
इन हालातों को देखते हुए पुलिस को शक है कि यह मामला केवल आत्महत्या का नहीं हो सकता। घटनास्थल की परिस्थिति और शव की स्थिति आत्महत्या की सामान्य प्रवृत्तियों से मेल नहीं खा रही है, जिससे यह मामला और अधिक संदिग्ध हो गया है।
पुलिस जांच में जुटी, सभी कोणों की जांच
छुरा थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस ने मृतका के आवास, मोबाइल फोन, पहनावे और शव के आसपास की भौतिक परिस्थिति का निरीक्षण किया है।
थाना प्रभारी ने बताया —
“प्रारंभिक दृष्टया मामला आत्महत्या प्रतीत हो सकता है, लेकिन शव की स्थिति संदेह उत्पन्न कर रही है। इसलिए हम हत्या की संभावना को भी खारिज नहीं कर रहे हैं। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिससे मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सके।”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है जांच
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि मृतका की मौत दम घुटने से हुई या फिर अन्य किसी कारण से। यदि गले पर कसाव के निशान संदिग्ध पाए जाते हैं या चोट के कोई अन्य निशान मिलते हैं, तो मामला धारा 302 (हत्या) में तब्दील किया जा सकता है।
अभी तक पुलिस ने किसी भी संदिग्ध को हिरासत में नहीं लिया है, लेकिन जांच टीम ने मौके से फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र करना शुरू कर दिया है।
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फॉरेंसिक टीम से भी मांगी गई सहायता
पुलिस द्वारा फॉरेंसिक टीम को भी इस मामले में बुलाया गया है ताकि घटनास्थल की वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा सके। विशेष रूप से यह देखा जा रहा है कि साड़ी का फंदा किस तरह से बंधा था, टहनी की ऊँचाई कितनी थी, और क्या वहां किसी संघर्ष या खींचतान के संकेत मौजूद हैं।
इसके साथ ही, शारदाबाई के पिछले दिनों की गतिविधियों, मानसिक स्थिति और स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी भी जुटाई जा रही है, ताकि यह समझा जा सके कि क्या उन्होंने स्वयं कोई आत्मघाती कदम उठाया या उनके साथ कोई अपराधिक कृत्य हुआ है।
पुलिस ने की शांति की अपील
घटना के बाद से पाठसिवानी गांव में हलचल जरूर है, लेकिन पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी अनौपचारिक चर्चा या अफवाह पर ध्यान न दें और जांच को अपना काम करने दें।
थाना प्रभारी ने कहा —
“हम गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जल्द ही सच्चाई सामने लाएंगे। जनता से अनुरोध है कि वह किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से परहेज करें।”
पाठसिवानी गांव में शारदाबाई विश्वकर्मा की मृत्यु ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह वाकई आत्महत्या है, या किसी ने इसे आत्महत्या की शक्ल देने की कोशिश की है? पुलिस इन सवालों के जवाब ढूंढने में जुटी है।
अब सारी निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस रहस्यमयी मौत की गुत्थी को सुलझाने की दिशा में पहला ठोस कदम साबित होगी।