CG: हरदी में शिक्षा का महाकुंभ – बच्चों ने सीखी सफलता की असली परिभाषा
हरदी शाला प्रवेशोत्सव में बोले – व्यवहारिक ज्ञान और जीवन उपयोगी कौशल भी जरूरी, विद्यार्थियों में उत्साह की लहर

छुरा (गंगा प्रकाश)। हरदी में शिक्षा का महाकुंभ – “शिक्षा केवल डिग्री का प्रमाण-पत्र नहीं, बल्कि व्यवहारिक ज्ञान और जीवन उपयोगी कौशल का माध्यम भी है। जिस दिन बच्चे यह समझ लेंगे, उस दिन उनके जीवन की दिशा बदल जाएगी।” यह प्रेरक विचार विधायक रोहित साहू ने विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में व्यक्त किए।
हरदी के शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में “हर्ष, उल्लास, संस्कार और संकल्प का संगम” देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत हरदेश्वरनाथ भगवान शिव और मां सरस्वती की पूजा अर्चना से हुई। अतिथियों का स्वागत पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर स्काउट-गाइड के बच्चों द्वारा जय-जयकार के साथ किया गया।
मुख्य अतिथि विधायक रोहित साहू ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा –
“शिक्षा का व्यापक उद्देश्य समझना जरूरी है। केवल किताबें पढ़ना काफी नहीं, जीवन में अनुशासन, व्यवहारिकता, हुनर और आत्मविश्वास भी जरूरी हैं। सपने देखो, लक्ष्य बनाओ और उसे पाने के लिए जी-जान से जुट जाओ। सफलता जरूर मिलेगी।”
उन्होंने पूर्व माध्यमिक शाला हरदी में अहाता निर्माण हेतु 10 लाख, टीना शेड निर्माण हेतु 10 लाख, तुमगांव में आंगनबाड़ी भवन निर्माण तथा डांगनबाय में सीसी रोड निर्माण हेतु 5 लाख रुपये की घोषणाएं कीं। उनकी घोषणाओं से ग्रामीणों और शिक्षकों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं जनपद पंचायत अध्यक्ष मीरा ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा –
“शिक्षा, शेरनी का वो दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा। लड़कियों और लड़कों दोनों को शिक्षा का समान अधिकार मिलना चाहिए। अगर विकास का नया आयाम गढ़ना है तो पढ़ना ही होगा।”
विशेष अतिथि जिला पंचायत सभापति लेखराज ध्रुवा ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में पालकों की भूमिका सबसे अहम है। वहीं जिला पंचायत सभापति शिवांगी चतुर्वेदी ने कहा –
“बच्चे मोबाइल से दूरी बनाकर किताबों से दोस्ती करें। किताबें ही वह रोशनी हैं, जो जीवन के अंधेरे को मिटा देती हैं।”
जनपद उपाध्यक्ष कुलेश्वर सोनवानी ने प्रेरक प्रसंग सुनाते हुए बच्चों को लक्ष्य पर केंद्रित रहने की सीख दी। उन्होंने कहा –
“खरगोश की भांति अपने लक्ष्य को पकड़कर रखें और बिना विचलित हुए मेहनत करते रहें।”
कार्यक्रम में उपसरपंच संघ अध्यक्ष रूपनाथ बंजारे ने मांग पत्र का वाचन किया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी के.एल. मतावले ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि छुरा विकासखंड के बच्चे बोर्ड परीक्षाओं, राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा, नवोदय, एकलव्य, प्रयास सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तम प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि –
“गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए छुरा विकासखंड सदैव प्रतिबद्ध है। हमारे शिक्षकों की मेहनत और बच्चों की लगन का ही परिणाम है कि हम निरंतर सफलता के नए शिखर छू रहे हैं।”
कार्यक्रम में स्काउट गाइड, एनएसएस, रेडक्रॉस के बच्चों ने अतिथियों के स्वागत में अनुशासन व आत्मविश्वास का अद्भुत परिचय दिया। मंच से जब सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति शुरू हुई तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु विधायक रोहित साहू ने ₹5000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।
इसके अलावा –
- 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी बच्चों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
- दिव्यांग बच्चों को लो विजन किट, श्रवण यंत्र, टी एल किट, स्मार्ट यंत्र, हैंड मेनीफायर जैसी सामग्री वितरित की गई।
- नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर मुंह मीठा कराया गया तथा गणवेश एवं पाठ्यपुस्तक वितरण किया गया।
- नवमी कक्षा के बच्चों को सरस्वती साइकिल योजना अंतर्गत साइकिलें दी गईं, जिससे खासकर बालिकाओं के चेहरे खिल उठे।
- ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक राधे साहू और स्काउट मास्टर अर्जुन धनंजय सिन्हा ने प्रभावी तरीके से किया। आभार विकासखंड स्त्रोत समन्वयक हरीश देवांगन ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर मंच पर कुलेश्वर सोनवानी, सुखबती टांडे, गोमती संतु ध्रुव, रूपनाथ बंजारे, चंपा कंवर, चमन लाल यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, शिक्षक संघ के पदाधिकारी, संकुल समन्वयक, प्राचार्य एन.सी. साहू, के.के. साहू, गिरजा शंकर देवांगन, प्रदीप मिश्रा, कृष्णा यादव, सुखेश्वर पंकज, विनोद सिन्हा, संतराम कंवर, संतोष साहू, अशलम कुरैशी, सुषमा गिलहरे, राकेश देवांगन, जितेन्द्र साहू, महेन्द्र साहू, रणवीर कुर्रे, प्रवीण द्विवेदी, वीरेन्द्र ठाकुर, सुदामा लोधी, गिरवर ध्रुव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र-छात्राएं, ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। पूरा परिसर शिक्षाप्रद संदेशों और जयघोष से गुंजायमान रहा।