एम्सटर्डमः नीदरलैंड में एक ऐसे खूंखार भेड़िये की घटना सामने आई है, जिसके बारे में जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे, आपका खून सर्द हो जाएगा…आपका दिमाग काम करना बंद कर देगा…इस खूनी भेड़िये ने अचानक 6 साल के बच्चे पर उसकी मां के सामने ही हमला कर दिया। जब तक मां कुछ समझ पाती, तब तक वह उसे जंगल में घसीट ले गया। अपने बच्चे को भेड़िये के मुंह का निवाला बनते देख मां तेजी से चीख पड़ी, जिससे आसपास के लोग लाठी-डंडे और जिसके हाथ में जो आया वही लेकर भेड़िये की ओर दौड़ पड़े। काफी मशक्कत के बाद घायल बच्चे की जान बच गई, तब मां ने राहत की सांस ली।
कई साल पहले भेड़ियो को मिल चुकी है मौत
यह घटना ऐसे भेड़िये की है, जिसे कई साल पहले मौत की सजा मिल चुकी है। आप चौंकिये मत…यह सच है। इस पूरे रहस्य को आपको बताएंगे। मगर आइये जानते हैं कि बच्चे पर भेड़िये के हमले के बाद, लोगों ने उसकी जान कैसे बचाई और अचानक भेड़िये ने बच्चे को अपना शिकार कैसे बना लिया।
बच्चे पर भेड़िये ने कैसे किया हमला
यह घटना नीदरलैंड के उत्तराखंड प्रांत के उत्रेच्ट की है, जहां 6 साल के बच्चे पर जंगली भेड़िये ने हमला कर दिया और उसे पलक झपकते ही जंगल में घसीट ले गया। बच्चे के शरीर पर भेड़िये के हमले से कई गंभीर घाव हो गए, जिन पर टांके लगाने की जरूरत पड़ी। बच्चे की मां ने शुरू में सोचा कि यह एक दोस्ताना कुत्ता है, लेकिन जब भेड़िये ने बच्चे पर छलांग मारकर हमला कर दिया और अचानक उसे जंगल की ओर घसीटा, तो मां को खतरे का एहसास हुआ। गनीमत थी कि वहां से गुजर रहे कुछ लोगों मां की चीख सुनकर लकड़ी के डंडों से मारकर भेड़िये को भागने पर मजबूर कर दिया। आखिरकार भेड़िया बच्चे को छोड़कर भाग गया।
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भेड़िये को क्यों मिली थी मौत?
इस भेड़िये का नाम ब्रैम है, जो पूरे इलाके में बहुत ही ज्यादा कुख्यात और शरारती है। यह पूर्व में भी क्षेत्र के कई लोगों और कुत्तों पर घातक हमले कर चुका है। इसने अभी कुछ ही हफ्ते पहले ही डेन ट्रीक के पास एक पैदल महिला यात्री के पैर पर दो बार काटा था। इन घटनाओं के कारण ही भेड़िये को मौत की सजा दी जा चुकी है। स्थानीय अदालत ने ब्रैम को मार गिराने की अनुमति दी है, क्योंकि यह लोगों के लिए गंभीर खतरा है। मगर अब तक इसे मारा नहीं जा सका है।