नहीं रहे मशहूर कामेडियन राजू श्रीवास्तव , अंतिम संस्कार कल  

अरविन्द तिवारी

नई दिल्ली (गंगा प्रकाश)– कामेडियन दुनियां के सबसे फेमस और इंडिया के बेस्ट कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (58 वर्षीय) का लगभग डेढ़ माह से जिंदगी और मौत से लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (एम्स) में निधन हो गया। उनके मौत की खबर सामने आने के बाद से ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। हर कोई नम आंखों से राजू को श्रद्धांजलि दे रहा है। उनके साथ बिताये क्षणों को याद कर फिल्म अभिनेता , हास्य कलाकार और राजनेताओ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की हैं। उत्तरप्रदेश विधानसभा ने कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के निधन पर दो मिनट का मौन रखा। सूत्रों के अनुसार राजू श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार आज गुरुवार को निगमबोध घाट नई दिल्ली पर होगा। बताते चलें गत दस अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान राजू श्रीवास्तव को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उन्हें तुरंत दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। हॉस्पिटल में एडमिट करवाने के बाद से ही राजू श्रीवास्तव की हालत नाजुक बनी हई थी। उन्हें पहले आईसीयू में एडमिट करवाया गया था, लेकिन तबीयत में कोई सुधार ना होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। एम्स में राजू की एंजियोप्लास्टी की गई थी , जिसमें हार्ट के एक बड़े हिस्से में सौ फीसदी ब्लॉकेज मिला था। वे पहले दिन से ही  बेहोश और लगभग कोमा की स्थिति में थे। लगभग डेढ़ माह तक भरपूर प्रयास के बावजूद भी डॉक्टर्स राजू श्रीवास्तव को बचा नहीं पाये और सबको हंसाने वाले कॉमेडियन आज सबको रुलाकर हमेशा के लिये इस दुनियां से विदा हो गया। वे अपने पीछे पत्नी शिखा श्रीवास्तव और दो बच्चे आयुष्मान (बेटा) एवं अंतरा (बेटी) को छोड़ गये हैं। एम्स के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ० सुधीर गुप्ता ने बताया कि राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम वर्चुअल ऑटोप्सी नाम की नई तकनीक से किया गया है। इसके लिये किसी विच्छेदन की आवश्यकता नहीं है। पूरी प्रक्रिया में 15 से 20 मिनट का समय लगा , जिसके बाद शव उनके परिवार को सौंप दिया गया। 

राष्ट्रपति / प्रधानमंत्री ने जताया शोक

महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजू श्रीवास्तव के निधन पर दुख जताते हुये कहा – ‘प्रख्यात हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव जी का असामयिक निधन बेहद दुखद है। अपनी हास्यपूर्ण प्रस्तुतियों से, दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने की उनमें विलक्षण प्रतिभा थी। उनके प्रभाव से भारत में हास्य के मंचन को नई पहचान मिली। उनके परिवार एवं प्रशंसकों को मेरी शोक संवेदनायें। वहीं राजू श्रीवास्तव के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताया और कहा कि राजू श्रीवास्तव ने हंसी, हास्य और सकारात्मकता के साथ हमारे जीवन को रोशन कर दिया। वे हमें बहुत जल्द छोड़ गये , लेकिन वह सालों तक अपने समृद्ध काम की बदौलत अनगिनत लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनका निधन दुखद है , उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति। गौरतलब है कि गजोधर भैया के नाम से मशहूर राजू श्रीवास्तव एक सामान्य परिवार से थे। इनका जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर के नयापुरवा में हुआ था। हास्य के बेताज बादशाह राजू श्रीवास्तव वर्ष 1980 के दशक के अंत में मनोरंजन की दुनियां में सक्रिय हुये थे , लेकिन उनको अपने टैलेंट के हिसाब से पहचान नहीं मिल पा रही थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड के सुपरस्टार अनिल कपूर की फिल्म तेजाब से हिंदी सिनेमा जगत में कदम तो जरूर रख लिया था। फिर भी राजू को अभी काफी लंब सफर तय करना था। कई साल गुजरने के बाद राजू को उतना फेम नहीं हासिल हो पा रहा था , जिसके लायक वो बने थे। फिर वर्ष 2005 में राजू श्रीवास्तव की किस्मत ने करवट बदली और मशहूर कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में राजू श्रीवास्तव ने अपने कॉमेडी के से हुनर सबका दिल जीता और इसी शो से राजू श्रीवास्तव का नाम गजोधर भैय्या के रूप में मशहूर हुआ। उन्होंने मेने प्यार किया , बाजीगर टू गोआ , रीमेक और आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपईया फिल्मों में भी अभिनय किया था। इसके अलावा बिग बॉस सीजन तीन में भी वे एक प्रतिभागी थे। वे वर्तमान में उत्तरप्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष भी थे। खास बात है गजोधर भैया के नाम से मशहूर राजू श्रीवास्तव ने रिकार्ड 3500 से भी ज्यादा स्टेज शो किये थे।

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