गरियाबंद (गंगा प्रकाश)।प्रकाशित खबर का हुआ असर!अवैध गुटखा कारोबार पर प्रकाशित खबर का बड़ा असर हुआ है। गरियाबंद पुलिस और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने थाना राजिम क्षेत्र में कई गुटखा विक्रेताओं पर सरप्राइज चेकिंग कर दबिश दी। कार्रवाई की भनक लगते ही पूरे बाजार में हड़कंप मच गया।

दबिश में मिला मानक से कम गुटखा
इस अभियान में थाना प्रभारी राजिम निरीक्षक अमृत साहू और सीनियर खाद्य सुरक्षा अधिकारी पुष्पा चौहान की टीम ने दुकानों की तलाशी ली। इस दौरान विभिन्न ब्रांड के गुटखा और पान मसाले के पाउच जब्त किए गए, जिनकी मात्रा और गुणवत्ता मानक से कम पाई गई। मौके पर ही दुकानदारों को कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी गई कि भविष्य में ऐसी गतिविधि पकड़े जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कई दुकानदार मौके से फरार
कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके मौके से फरार हो गए। वहीं, टीम ने गुटखा विक्रेताओं के स्टॉक रजिस्टर और हिसाब-किताब की भी जांच की। अधिकारियों ने साफ संदेश दिया कि जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।
जनता ने किया स्वागत, लेकिन उठे सवाल
स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और प्रशासन से नियमित रूप से ऐसे ही अभियान चलाने की मांग की है, ताकि तंबाकू उत्पादों की अवैध बिक्री पर पूरी तरह अंकुश लग सके।
बरभांठा नेटवर्क तक क्यों नहीं पहुंचा शिकंजा?
हालांकि बड़ी कार्रवाई के बावजूद सवाल यह भी उठ रहा है कि बरभांठा निवासी उगे राम साहू, जो पूरे छुरा और फिंगेश्वर ब्लॉक में गुटखा सप्लाई करने वाला सबसे बड़ा सप्लायर माना जाता है, उस पर अब तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई? सूत्र बताते हैं कि उगे राम साहू का गुटखा गोदाम और नेटवर्क नवापारा-राजिम के बड़े कारोबारियों से जुड़ा हुआ है। इसके बावजूद पुलिस-खाद्य विभाग की कार्रवाई सिर्फ छोटे विक्रेताओं तक ही सीमित रही।
अब जनता की निगाहें प्रशासन पर
लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन वास्तव में अवैध गुटखा कारोबार को जड़ से खत्म करना चाहता है, तो उसे केवल छोटे दुकानदारों पर नहीं, बल्कि बरभांठा और नवापारा राजिम के बड़े सप्लायरों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी। वरना यह अभियान महज दिखावा बनकर रह जाएगा।