रायपुर (गंगा प्रकाश)। पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ की प्रदेश कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक 25 सितंबर को आयोजित की गई, जिसमें संगठन ने बड़ा और सख्त फैसला लिया। बस्तर और नारायणपुर जिलों के निष्क्रिय पदाधिकारियों की सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। यह कदम संगठनात्मक अनुशासन और सक्रियता की परंपरा को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वप्रकाश शर्मा एवं नसीम कुरैशी, प्रदेश कोषाध्यक्ष कुलेश्वर सिन्हा, प्रदेश महासचिव निहारिका श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव प्रताप नारायण बेहरा और प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रकाश कुमार यादव मौजूद रहे।

बस्तर और नारायणपुर के पदाधिकारियों की सदस्यता खत्म
संगठन ने साफ किया कि जो भी पदाधिकारी 2026 के संगठन चुनाव की तैयारी में सक्रिय भूमिका नहीं निभाएंगे, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
- बस्तर जिले के जिला अध्यक्ष मयंक पटेल, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू, महासचिव केमेन्द्र ठाकुर और सचिव अनूप दास की सदस्यता समाप्त कर दी गई।
- वहीं नारायणपुर जिले में जिलाध्यक्ष विक्रम हालदार, महासचिव इमरान खान सहित पूरे पदाधिकारी मंडल की जिम्मेदारी खत्म कर दी गई है।
निष्क्रिय पदाधिकारियों पर कानूनी सख्ती
प्रदेश कार्यकारिणी ने यह भी निर्णय लिया कि दोनों जिलों के जनसंपर्क विभाग और पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा जाएगा, ताकि कोई भी निष्कासित पदाधिकारी अपने वाहन पर संगठन की नेमप्लेट या सदस्यता परिचय पत्र का उपयोग न कर सके। यदि ऐसा पाया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव ने यह भी कहा कि यदि कोई पदाधिकारी खुद त्यागपत्र देना चाहता है, तो संगठन उसे तुरंत प्रभाव से स्वीकार करेगा।
नई कार्यकारिणी की घोषणा की तारीख तय
- 7 अक्टूबर को बस्तर जिले की नई कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी।
- 9 अक्टूबर को नारायणपुर जिले की नई कार्यकारिणी का ऐलान किया जाएगा।
इसमें केवल सक्रिय और समर्पित पत्रकारों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
पत्रकारों के अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध
पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ लंबे समय से पत्रकारों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए लड़ता रहा है। संगठन ने पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग, पत्रकार परिवार सम्मान समारोह और अन्य कई गतिविधियों में अहम भूमिका निभाई है।
प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा— “संगठन में वही लोग रहेंगे जो पत्रकारों की समस्याओं और अधिकारों के लिए ईमानदारी और सक्रियता से काम करेंगे। निष्क्रिय और गैर-जिम्मेदार लोगों के लिए संगठन में कोई जगह नहीं है।”