गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। गरियाबंद भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गोविंद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता की ओर मज़बूती से कदम बढ़ा चुका है। उन्होंने गरजते हुए कहा – अब केवल सपने देखने का समय नहीं है, अब आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लेने और उसे जीने का समय है।
तिवारी का मानना है कि देश को सशक्त बनाने के लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। चाहे वह कर सुधारों के ज़रिए हो, या फिर स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग के माध्यम से।

जीएसटी सुधार : आम जनता और अगली पीढ़ी के लिए वरदान
गोविंद तिवारी ने जोर देकर कहा कि जीएसटी (GST) के “नेक्स्ट जनरेशन सुधार” भविष्य की पीढ़ियों के लिए गेम-चेंजर साबित होंगे।
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मुख्य बिंदु :
- कम टैक्स स्लैब : 12% और 28% स्लैब हटाकर अब मुख्य रूप से 5% और 18% स्लैब पर ध्यान।
- सस्ती वस्तुएँ : दवाइयाँ, स्वास्थ्य सेवाएँ, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स और दैनिक उपयोग की चीज़ें अब आम आदमी की पहुंच में।
- जीवन यापन सस्ता : खर्च घटेगा, क्रय शक्ति बढ़ेगी और भविष्य सुरक्षित होगा।
- लघु और मध्यम उद्योगों को राहत : टैक्स अनुपालन का बोझ घटेगा, कारोबार आसान होगा।
- जीडीपी को रफ्तार : खपत और व्यापार बढ़ेगा, परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- किसानों को फायदा : कृषि उपकरण, जैव कीटनाशक और बीमा सेवाओं पर जीएसटी कम किया गया है।
- पारदर्शिता और सुशासन : तकनीक आधारित जीएसटी से भ्रष्टाचार पर लगाम और जनता को मिलेगी ईमानदार व्यवस्था।
गोविंद तिवारी ने कहा – ये सुधार सिर्फ टैक्स की किताब में बदलाव नहीं हैं, ये आने वाली पीढ़ियों की ज़िंदगी को आसान और खुशहाल बनाने वाले कदम हैं।
स्वदेशी अपनाओ – आत्मनिर्भर भारत बनाओ
तिवारी ने जोश में कहा कि भारत तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब हर नागरिक अपने रोज़मर्रा की ज़रूरतों में स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करेगा।
फायदे गिनाए :
- आर्थिक मजबूती : स्वदेशी खरीद से पैसा देश में रहेगा, विदेशी बाज़ारों में नहीं जाएगा।
- रोजगार सृजन : स्थानीय उद्योगों और कारीगरों की मांग बढ़ेगी, नए रोज़गार के मौके बनेंगे।
- सरकारी बजट को मजबूती : देशी उत्पादों से सरकार को ज्यादा राजस्व मिलेगा, विकास कार्य गति पकड़ेंगे।
- पर्यावरणीय लाभ : स्थानीय वस्तुओं से आयात घटेगा, परिवहन लागत और प्रदूषण कम होगा।
- संस्कृति और देशभक्ति : स्वदेशी वस्तुएँ हमारी संस्कृति, विरासत और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया – जब आप स्वदेशी खरीदते हैं, तो आप सिर्फ ग्राहक नहीं रहते, बल्कि देश के विकास में सीधा निवेश करते हैं।
आत्मनिर्भर भारत : एक जनांदोलन
गोविंद तिवारी ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा – आत्मनिर्भर भारत अब कोई नारा नहीं, बल्कि यह एक जनांदोलन है। हर भारतीय को यह ठानना होगा कि वह विदेशी सामान की जगह देशी उत्पादों का इस्तेमाल करेगा। तभी भारत आर्थिक रूप से मज़बूत होकर दुनिया में अपनी पहचान बनाएगा। यही हमारा संकल्प है।