सितंबर माह के चार जांबाज़ पुलिसकर्मी चुने गए “कॉप ऑफ द मंथ” — अवैध शराब, गांजा तस्करी और चोरी पर कसा शिकंजा
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। पुलिस विभाग में मनोबल और कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए गरियाबंद पुलिस ने एक सराहनीय पहल शुरू की है — “कॉप ऑफ द मंथ”। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक माह ऐसे पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों के दौरान असाधारण और सराहनीय प्रदर्शन किया हो। माह सितंबर 2025 के लिए चार पुलिसकर्मी इस सम्मान के हकदार बने हैं, जिन्होंने अपराध नियंत्रण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया।

गरियाबंद पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में अपराधों पर नकेल कसने का अभियान लगातार जारी है।
थाना पांडुका के प्रधान आरक्षक 289 ओंकार साहू ने दो अलग-अलग प्रकरणों में कुल 41 लीटर अवैध शराब जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया। ओंकार साहू की इस सक्रियता और तत्परता ने क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर बड़ा प्रभाव डाला।
वहीं, थाना देवभोग के प्रधान आरक्षक 111 खिलेश्वर कश्यप ने “ऑपरेशन निश्चय” के तहत 85 लीटर अवैध शराब के साथ चार आरोपियों को धर दबोचा। उनकी त्वरित कार्रवाई और गुप्त सूचना पर तत्परता ने यह साबित कर दिया कि गरियाबंद पुलिस अवैध व्यापारियों पर किसी भी हाल में नरमी नहीं बरतेगी।

नशे के कारोबार पर भी वार – फिंगेश्वर पुलिस की बड़ी उपलब्धि
नशे के खिलाफ़ गरियाबंद पुलिस की लड़ाई लगातार जारी है। थाना फिंगेश्वर के आरक्षक 121 परमानंद साहू ने एक बड़ी सफलता हासिल की। उन्होंने 8 किलो गांजा और एक धारदार चाकू के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। इस कार्रवाई ने न केवल क्षेत्र में मादक पदार्थ तस्करों में खलबली मचा दी, बल्कि स्थानीय जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ाया।
चोरी की बाइक के साथ आरोपी धराया – मैनपुर पुलिस का सराहनीय कार्य
थाना मैनपुर के आरक्षक 747 कोमल दस घृतलहरे ने क्षेत्र में चोरी की मोटरसाइकिल के साथ घूम रहे नाचूं उर्फ फालेश्वर को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आरक्षक घृतलहरे की तत्परता और सतर्कता ने चोरी के कई प्रकरणों को सुलझाने की दिशा में अहम योगदान दिया।
उत्साहवर्धन की मिसाल – प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हुए चारों पुलिसकर्मी
गरियाबंद पुलिस द्वारा “कॉप ऑफ द मंथ” के तहत प्रधान आरक्षक ओंकार साहू, खिलेश्वर कश्यप, आरक्षक परमानंद साहू और कोमल दस घृतलहरे को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अधिकारियों ने कहा कि,- यह पहल पुलिस बल के अंदर कार्य के प्रति उत्साह और प्रतिस्पर्धा की भावना को और सशक्त बनाएगी। जो भी अधिकारी/कर्मचारी अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करेगा, उसे इसी तरह प्रोत्साहन मिलता रहेगा।
पुलिस परिवार में बढ़ा मनोबल
“कॉप ऑफ द मंथ” जैसी पहल से न केवल पुलिस विभाग के भीतर कार्य के प्रति प्रेरणा मिल रही है, बल्कि जनता और पुलिस के बीच भरोसे का रिश्ता भी मज़बूत हो रहा है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम आगे भी हर माह आयोजित किया जाएगा, ताकि हर स्तर पर कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार और सक्रिय पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित किया जा सके।

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