
भाजपा जिलाध्यक्ष के दर्जनभर नामों पर लगा विराम
अंततः इन चार नामों दिनेश, रमेश, राजेंद्र व कमल पर हो सकता है फैसला
हरदीप छाबड़ा
राजनांदगांव(गंगा प्रकाश)।-आगामी वर्ष में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन को मजबूत करने एवं सत्ता पक्ष पर विभिन्न मुद्दो को लेकर हमले का कोई भी अवसर नहीं छोडऩे वाली भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में संगठन में व्यापक फेरबदल तथा वर्षों जिले में संगठन की बागडोर संभालने वाले नेताओं को प्रदेश भाजपा कमेटी में जिम्मेदारी सौंपने का क्रम जारी है। नये प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव भी अपनी संगठन टीम को मजबूती प्रदान करने के साथ ही राजनांदगांव जिले एवं शहर में नयी टीम को बागदौड़ सौपने की दिशा में पहल करते दिख रहे हैं। अरुण साव प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जिस प्रकार से प्रदेश में पिछड़े वर्ग को महत्व दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि राजनांदगांव जिला भी पिछड़ा बाहुल्य क्षेत्र है। और वर्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव भी पिछड़े वर्ग से थे। हो सकता है पार्टी पिछड़े वर्ग से जिला अध्यक्ष बनाने पर विचार कर सकती है। संगठन नए चेहरे पर विचार कर सकती है संभवतः इस हफ्ते में नए जिलाध्यक्ष की घोषणा पार्टी कर सकती है। दर्जनभर नामों पर अंततः विराम लग चुका है दर्जनभर जो दावेदार थे। अब सिर्फ जनमानस में जनता के बीच चौक चौराहों में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच इन चार नामों की चर्चा जोरों पर है। संभवत यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इन चार नामों में ही एक नाम पर जिला भाजपा अध्यक्ष की मुहर लग सकती है। जिसमें अंततः इन नामों में दिनेश गांधी, रमेश पटेल, राजेंद्र गोलछा व कमल सोनी किसी एक पर मुहर लग सकती है।
इन सबके बीच वरिष्ठ भाजपा नेताओं को यह भी चितन मँथन करना है कि जिला भाजपा अध्यक्ष के रूप में उस व्यक्ति का चयन हो। जिसका पार्टी कार्यकर्ताओं से आम जनता के बीच स्पष्ट और साफ छवि हो और अपने छवि के चलते वह जनहित के मुद्दे पर खुलकर अपनी आवाज उठा सकें और जनता के बीच स्थान पा सके। फोटो छपाकर उसके आड में काले कारनामे करने वाले कतिपय भाजपा नेता तथा उनके आशीर्वादक यह सोच रहे है कि किस प्रकार से जुगाड़ कर उनका पसंदीदा जिला भाजपा अध्यक्ष बन जाए तो यह जिले में भाजपा के लिए भी एक बहुत बड़ी क्षति होगी। वैसे भी राजनांदगांव को छोडकर सभी विधानसभा में कांग्रेस के ही प्रत्याशी विजयी हुए है। भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आम जनता के बीच यह चर्चा है कि जिला भाजपा अध्यक्ष राजनांदगांव मुख्यालय से ही होना चाहिए क्योंकि बहुत से मसलों पर राजनांदगांव मुख्यालय से राजनीति का असली बिगुल बजता है। इसको लेकर लोगों के बीच यह चर्चा चल पड़ी है कि अन्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मिलने से बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होगी। वैसे भी चुनावी वर्ष के नजदीक आगमन के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष का पद महत्वपूर्ण होगा और इस पर चयनित व्यक्ति के पूर्व सहित वर्तमान क्रियाकलाप पर भाजपा के अलावा नेताओ के साथ कांग्रेस की नजर रहेगी।