गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। नगर पंचायत फिंगेश्वर के पूर्व अध्यक्ष एवं वार्ड क्रमांक 07 के पार्षद अनिल चंद्राकर ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि “भाजपा के ट्रिपल इंजन की सरकार में नशे का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से लगातार ड्रग्स की खेप छत्तीसगढ़ में पहुँच रही है, और प्रशासन की चुप्पी इस बात का प्रमाण है कि सत्ता के संरक्षण में यह घातक कारोबार बढ़ता जा रहा है।
अनिल चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में शराब, गांजा, हेरोइन, अफीम और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी अब सामान्य बात हो गई है। पुलिस और प्रशासन केवल दिखावे की कार्रवाई करते हैं, जबकि असली माफिया सत्ता के साए में सुरक्षित हैं।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नशे की महामारी अब समाज की जड़ों को खोखला कर रही है — युवा पीढ़ी अपराध और विनाश की राह पर बढ़ रही है, लेकिन सरकार खामोश दर्शक बनी हुई है।

छत्तीसगढ़ नशे के मामले में पंजाब और गुजरात से भी आगे निकल चुका है — अनिल चंद्राकर
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में नशे का जाल इस कदर फैल चुका है कि फिंगेश्वर नगर का कोई कोना अछूता नहीं है। नए बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, आरामील क्षेत्र और नगर के आउटर इलाके शाम ढलते ही नशे के ठिकानों में तब्दील हो जाते हैं। उन्होंने कहा — नगर के आउटर एरिया युवाओं को नशा परोसने का हब बन चुके हैं, और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से यह कारोबार बेरोकटोक चल रहा है।
कांग्रेस सरकार में हुक्का बार बंद हुए थे, अब भाजपा शासन में फिर लौट आया नशे का अंधकार
अनिल चंद्राकर ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के समय उन्होंने स्वयं कई हुक्का बार और अवैध नशे के ठिकानों को बंद करवाने की पहल की थी। उन्होंने कहा — तब नशे पर लगाम कसी गई थी, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही सूखे नशे का धंधा फिर से जोरों पर आ गया है। सरकार न केवल विफल है, बल्कि कई स्तरों पर संरक्षण भी दे रही है।

समाज के लिए गहरी चिंता, प्रशासन मौन
चंद्राकर ने कहा कि पिछले दो वर्षों में नशे की वजह से युवाओं में अपराध, चोरी, हिंसा और मानसिक अस्थिरता तेजी से बढ़ी है।
उन्होंने कहा — सरकार को अब चुनावी भाषणों से नहीं, ठोस कार्रवाई से जवाब देना होगा। नशे का यह व्यापार अगर नहीं रुका, तो आने वाला समय समाज के लिए विनाशकारी सिद्ध होगा।
उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन तत्काल विशेष अभियान चलाकर नशे के अड्डों पर सख्त कार्रवाई करे, अन्यथा जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।




