PM Modi , रायपुर। छत्तीसगढ़ राजधानी रायपुर और नया रायपुर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 28 नवंबर को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे और यहां 28 से 30 नवंबर तक नवा रायपुर के पुलिस अकादमी परिसर में आयोजित होने वाले 60वें अखिल भारतीय डीजी-आईजी सम्मेलन में शामिल होंगे। दोनों शीर्ष नेताओं के आगमन को देखते हुए सुरक्षा, आवागमन और आवास की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
नवा रायपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पीएम मोदी के तीन दिवसीय प्रवास के दौरान सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व तैयारी की गई है।
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SPG की विशेष टीम पहले ही राजधानी पहुंच चुकी है।
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आसपास के इलाकों में NSG कमांडो और केंद्रीय बलों की तैनाती।
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सम्मेलन स्थल और वीवीआईपी रूट पर ड्रोन से निगरानी।
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5 किलोमीटर के दायरे में हाई अलर्ट, अनधिकृत वाहनों और लोगों की एंट्री बंद।
रायपुर पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और केंद्रीय एजेंसियों का संयुक्त कंट्रोल रूम तैयार किया गया है, जहाँ से हर गतिविधि मॉनिटर होगी।
वीवीआईपी बंगले पूरी तरह तैयार
नया रायपुर के अतिथि गृह और वीवीआईपी बंगलों में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के ठहरने की व्यवस्था की गई है। बंगलों में
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हाई-सिक्योरिटी जैमर
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मेडिकल टीम
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विशेष किचन
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सुरक्षा सर्किट
जैसी व्यवस्थाएँ पहले ही सक्रिय कर दी गई हैं।
घरों की सफाई, इंटरियर, लिनन, किचन और स्टाफ की तैनाती पूरी कर ली गई है।
प्रधानमंत्री के लिए खास मेन्यू—छत्तीसगढ़ी स्वाद की झलक
पीएम मोदी के भोजन को लेकर भी विशेष तैयारी की गई है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्यवर्धक और हल्का भोजन पसंद करते हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ की पारंपरिक हरी सब्जियों को मेन्यू में शामिल किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री को परोसा जाएगा—
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पालक की सब्जी
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पत्तागोभी
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फूलगोभी
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मेथी की भाजी
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सरसों का साग
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बथुआ का साग
इसके साथ ही मोटे अनाज (मिलेट) आधारित आइटम भी परोसे जा सकते हैं, जैसे—रागी रोटी, ज्वार/बाजरा खिचड़ी आदि।
पीएम मोदी के भोजन में मसाले कम और घी/तेल नियंत्रित मात्रा में रखा जाएगा।
सम्मेलन का एजेंडा—सुरक्षा रणनीति पर गहन चर्चा
60वें डीजी-आईजी सम्मेलन में देशभर के डीजीपी, आईजी, खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा विशेषज्ञों की मौजूदगी होगी। मुख्य मुद्दे होंगे—
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नक्सल उन्मूलन
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आतंकवाद और कट्टरपंथ
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सीमा सुरक्षा
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साइबर अपराध
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AI आधारित पुलिसिंग
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राष्ट्रीय सुरक्षा का भविष्य खाका
छत्तीसगढ़ में हो रहा यह सम्मेलन इसलिए भी अहम है क्योंकि राज्य नक्सलवाद उन्मूलन की दिशा में निर्णायक मोड़ पर है।
छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का अवसर
राज्य सरकार और प्रशासन इसे एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मेलन से छत्तीसगढ़ को सुरक्षा और प्रशासनिक क्षेत्र में नई पहचान मिलने की उम्मीद है।



