दुर्ग। अग्रवाल और सिंधी समाज के ईष्ट देवों के खिलाफ की गई आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी मामले में फरार चल रहे जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल ने आज देवेंद्र नगर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। बघेल पर पुलिस ने इनाम घोषित कर उन्हें भगोड़ा करार दिया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर प्रदेशभर में लगातार दबाव बढ़ रहा था।
मूर्ति तोड़ने विवाद के बाद भड़की आग
यह विवाद उस समय शुरू हुआ था जब छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने की घटना के बाद अमित बघेल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में उन्होंने—
-
महाराजा अग्रसेन
-
सिंधी समाज के इष्टदेव झूलेलाल
—के खिलाफ अमर्यादित और आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
उनके शब्दों से न केवल धार्मिक भावनाएं आहत हुईं, बल्कि समाज को भड़काने वाला माहौल भी पैदा हुआ।
देशभर में फैला आक्रोश, कई जगह दर्ज हुई FIR
बघेल की टिप्पणी के बाद देशभर के अग्रवाल और सिंधी समाज में भारी नाराजगी फैल गई।
-
रायपुर
-
रायगढ़
-
दुर्ग
-
और कई अन्य जिलों में
अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उनकी तीखी आलोचना की और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
फरार होने पर पुलिस ने किया इनाम घोषित
विवाद बढ़ने और शिकायतें दर्ज होने के बाद अमित बघेल को गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार बताया गया। पुलिस ने उन पर इनाम घोषित किया था। लगातार दबाव और बढ़ते विरोध के बीच आज उन्होंने थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया।



