रायपुर। हिंदुस्तान कॉइल ग्रुप और उसके संबंधित स्पंज आयरन और कॉइल व्यवसायों के सभी 42 ठिकानों में से केवल एक की जांच पूरी हो सकी है। अब तक 17 लॉकर की जानकारी मिली है और इनमें से केवल दो ही आपरेट किए गए हैं, बाकी लॉकर में पीओ आर्डर चस्पा कर दिया गया है।
छापों के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक यह ऑपरेशन ग्रुप के मालिकों अरविंद अग्रवाल, विकास अग्रवाल और विपिन अग्रवाल के व्यावसायिक फर्मों के साथ-साथ ओम स्पंज, देवी स्पंज और कई संबंधित उद्यमों से जुड़े रायपुर स्थित संस्थाओं पर केंद्रित है। टीमें एक साथ 42 से ज़्यादा जगहों पर पहुंचीं, जिनमें कारखाने, कॉर्पोरेट कार्यालय और आलीशान आवास शामिल थे। यहां जांच के दौरान बड़ी संख्या में लैपटॉप, डेस्कटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, कच्चे पक्के लेन-देन के बिल को एविडेंस एक्ट के तहत सीज किया है। इनकी प्रारंभिक जांच में आयकर को करीब 300 करोड़ की कर चोरी का आंकलन किया है। अग्रवाल बंधुओं के ठिकानों से 5 करोड़ कैश, 5 किलो सोना और जेवर जब्त किए गए हैं। अफसर सभी के बयान दर्ज कर रहे हैं।
आयकर अफसरों की टीम सिलतरा इंडस्ट्रियल एस्टेट, उर्ला इंडस्ट्रियल एरिया और तिल्दा क्षेत्र में 10 प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में जांच कर रही है। इसके अलावा आवासीय और कॉर्पोरेट परिसरों को भी कवर किया गया है। ऑपरेशन की व्यापकता के लिए लगभग 150 CRPF कर्मियों की मदद की ज़रूरत पड़ी, जिन्होंने कड़ी सुरक्षा बनाए रखी।
पूरे ऑपरेशन की देखरेख छत्तीसगढ़ के इनकम टैक्स (PDIT), इन्वेस्टिगेशन विंग के प्रिंसिपल डायरेक्टर, 1996 बैच के IRS अधिकारी के रवि किरण कर रहे हैं। फील्ड-लेवल कमांड जॉइंट डायरेक्टर इनकम टैक्स (JDIT) भरत शेगांवकर, IRS (2013 बैच) के पास थी, जबकि नवल जैन, IRS (2020 बैच) के नेतृत्व में चल रहा है। रायपुर, भिलाई, दुर्ग और जगदलपुर से लगभग 40 आयकर अफसर जांच में लगाए गए हैं।



