गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। रबी फसल हेतु अंचल के किसी भी बांधो से पानी नहीं देने की घोशणा जल संसाधन विभाग द्वारा कर दिए जाने से अंचल के गांवों के मजदूर किसान एवं रोज खाने कमाने वाले परिवार के समक्ष रोजगार का संकट उत्पन्न हो रहा है। नहर नालियों में काम करवाने के नाम पर जल संसाधन विभाग ने रबी हेतु पानी नहीं देने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का सीधा असर क्षेत्र के लोगों में काम के अभाव के रूप में सामने आ रहा है। क्षेत्र में तेज गति से धान कटाई, मिसाई व विक्रय का काम चल रहा है। इसके कारण जो लोग उक्त कार्य कर चुके हैं वे अब गांव में खाली हैं। गांव या क्षेत्र में न तो बारहों महीने काम मिलते है और न अच्छी मजदूरी। ये वे मजदूर है जो पलायन तो नहीं कर रहे है लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए हर साल इस तरह महानगरों में जाते हैं। ताकि बेहतर काम और मजदूरी मिलें। अंचल से जाने वाले ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़ी तादाद में दूसरे राज्यों के महानगर पुणे, नागपुर, कन्हान, टाटा नगर, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, बनारस, इलाहाबाद, सोनीपत, पानीपत, हिसार, भुज, जम्मू, हैदराबाद, दिल्ली सहित अन्य महानगरों की ओर रवाना हो रहे हैं। इस प्रकार अच्छी जीवन शैली व अधिक आमदनी के लिए उन लोगों का अपने गांव से बड़े शहरों की ओर जाने का सिलसिला शुरू हो गया। यह आने वाले दिनों में और लगातार बढ़ेगा। ग्रामीणों के कारण यात्री ट्रेनों में भारी भीड़ के चलते जनरल बोगी में पैर धरने की जगह नहीं बची हैं वहीं पलायनकर्ता मजदूर अब आरक्षित बोगियों में भी टिकट कराकर पुणे दिल्ली जैसे शहरों की ओर जा रहे हैं।
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