गरियाबंद 11 दिसम्बर 2025/ कलेक्टर बीएस उइके ने जिला प्रशासन गरियाबंद में अधिकारियों के कार्य-विभाजन का आदेश जारी किया है। नए आदेश में प्रशासनिक सेवकों के दायित्वों का पुनर्वितरण करते हुए विस्तृत कार्य-विभाजन तय किया गया है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर चंद्राकर को पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक कल्याण, जल संसाधन, कृषि, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, पशुधन, महिला एवं बाल विकास, जनसमस्या निवारण शिविर, लाइवलीहुड कॉलेज, मुख्यमंत्री कौशल विकास, जन-धन योजनाएँ, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुर्वेद, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, आदिवासी विकास सहित कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अतिरिक्त कलेक्टर पंकज डाहिरे को राजस्व, खाद्य सुरक्षा, आवश्यक वस्तु अधिनियम, पेट्रोलियम अधिनियम, पशु मामलों सहित कई संवेदनशील प्रकरणों का निराकरण करने का दायित्व दिया गया है। तीसरी-चौथी श्रेणी कर्मचारियों के यात्रा भत्ता, चिकित्सा बिल, भविष्य निधि आहरण, सेवानिवृत्ति भुगतान तथा विभागीय देयों की स्वीकृति के अधिकार भी उन्हें प्रदान किए गए हैं। वित्त-स्थापना, आर्थिक सहायता, भूमि अधिग्रहण, धारा 80 आवेदन, सीएम सहायता कोष, शासकीय आवास, चरित्र सत्यापन, पासपोर्ट, जिला पंजीयक, खाद्य-आबकारी विभाग, वन अधिकार अधिनियम जैसी शाखाएँ भी उनके प्रत्यक्ष नियंत्रण में रहेंगी।
अपर कलेक्टर ऋषा ठाकुर को उप जिला निर्वाचन अधिकारी, भू-अभिलेख, क्रेडा, जनजातीय शाखा, परिवहन, खनिज, खेल, युवा, पुरातत्व, सहकारिता तथा श्रम विभाग सहित कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियाँ दी गई हैं।
अपर कलेक्टर नवीन कुमार भगत को लोक सेवा गारंटी, राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना, कोविड-19 मॉनिटरिंग, व्यापार एवं उद्योग, खाद्य नागरिक आपूर्ति, भाड़ा नियंत्रण, रामलला दर्शन योजना, नवोदय–केंद्रीय–एकलव्य विद्यालयों से संबंधित कार्य सौंपे गए हैं
जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों (राजस्व) को लोक बेदखली अधिनियम के अंतर्गत सक्षम अधिकारी, पंजीयक, लोक न्यास, भू-अर्जन अधिकारी, प्रोटोकॉल अधिकारी तथा अनुविभागीय कार्यालय के जनसूचना अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है।
डिप्टी कलेक्टर नेहा भेड़िया को वरिष्ठ लिपिक शाखा, परीक्षा शाखा, राहत शाखा, शिकायत शाखा, मुख्यमंत्री सचिवालय की जनचौपाल व कलेक्टर जनचौपाल से जुड़े सभी कार्य, ऑनलाइन CPGRAMS, ऑनलाइन जनशिकायत प्रणाली और आवक–जावक शाखा का दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही हाथकरघा, खादी ग्रामोद्योग, रेशम प्रभाग, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड और छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के सभी कार्य भी उनके प्रभार में रहेंगे।
There is no ads to display, Please add some




