देवभोग में कांग्रेस को तगड़ा झटका — 31 कांग्रेसी दिग्गज भाजपा में शामिल, मंडल महामंत्री अनीता उपाध्याय के नेतृत्व में हुआ शक्ति प्रदर्शन
गरियाबंद/देवभोग (गंगा प्रकाश)। देवभोग में कांग्रेस को तगड़ा झटका — गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक की राजनीति में उस समय ज़बरदस्त हलचल मच गई जब कांग्रेस पार्टी के 31 से अधिक दिग्गज नेताओं ने सामूहिक रूप से कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। यह बड़ी राजनीतिक हलचल आगामी नगर पंचायत चुनावों से ठीक पहले हुई है और इसे कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व जिला कांग्रेस मंत्री, कई पूर्व सरपंच, पंच और बूथ स्तर के अनुभवी कार्यकर्ता शामिल हैं। इन सभी ने शनिवार को गरियाबंद जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित एक भव्य सदस्यता समारोह में पार्टी की सदस्यता ली।
यह ऐतिहासिक प्रवेश कार्यक्रम भाजपा देवभोग मंडल महामंत्री अनीता उपाध्याय,प्रतिमा, अर्जुन सोनी पार्षद,देवकी महेश्वर यदु पार्षद के नेतृत्व और प्रयासों से संपन्न हुआ। अनीता उपाध्याय वर्तमान में भाजपा की एक प्रभावशाली महिला नेत्री हैं और देवभोग नगर पंचायत से अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार भी मानी जा रही हैं।
कांग्रेस से मोहभंग, भाजपा में विश्वास
भाजपा में शामिल हुए अधिकांश नेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि अब कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं बची है। एक पूर्व कांग्रेस पदाधिकारी ने कहा, “हमने वर्षों कांग्रेस की सेवा की, लेकिन आज वही पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर सिर्फ गुटबाज़ी और अवसरवाद को बढ़ावा दे रही है। भाजपा में हर कार्यकर्ता की बात सुनी जाती है, और नेतृत्व मजबूत व पारदर्शी है।”
पूर्व जिला कांग्रेस मंत्री ने जोड़ा, “अब कांग्रेस न तो ज़मीन पर दिखती है, न ही जनसमस्याओं पर काम करती है। भाजपा ही एकमात्र विकल्प है जो लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप काम कर रही है।”

अनीता उपाध्याय: संगठन और जनसम्पर्क की ताक़त
अनीता उपाध्याय, जो कि भाजपा देवभोग मंडल की महामंत्री हैं, पिछले कुछ वर्षों से संगठन के निर्माण और महिला मोर्चा की मज़बूती में अहम भूमिका निभा रही हैं। उनका सांगठनिक कौशल, जनसंपर्क और समर्पण उन्हें स्थानीय राजनीति में एक मजबूत चेहरा बना चुका है।
भाजपा में शामिल हुए नेताओं का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा,
“यह भाजपा की जीत नहीं, बल्कि विचारधारा की जीत है। आज जो साथी हमारे साथ आए हैं, वे वर्षों से जनसेवा में लगे हुए हैं। हम सब मिलकर देवभोग को एक स्वच्छ, सक्षम और विकासशील नगर बनाएंगे। भाजपा में कार्यकर्ता सर्वोपरि है, और हम सब मिलकर हर चुनावी चुनौती का सामना मज़बूती से करेंगे।”
भाजपा में जोश, कांग्रेस में सन्नाटा
इस सामूहिक भाजपा प्रवेश के बाद कांग्रेस खेमे में हलचल तेज हो गई है। स्थानीय स्तर पर कई कार्यकर्ता असमंजस में हैं और भाजपा के इस विस्तार को गंभीरता से ले रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह केवल शुरुआत है, आने वाले दिनों में और भी कार्यकर्ता पार्टी बदल सकते हैं।
नगर पंचायत चुनावों पर असर तय
देवभोग नगर पंचायत चुनावों को लेकर अब माहौल पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में झुकता दिख रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है। हालिया राजनीतिक घटनाक्रम से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि यदि कांग्रेस अपनी अंतर्कलह और कार्यकर्ता उपेक्षा की नीति पर पुनर्विचार नहीं करती, तो चुनावों में उसे भारी नुकसान हो सकता है।
जनता की राय
स्थानीय मतदाता भी इस बदलाव को गंभीरता से देख रहे हैं। एक व्यापारी ने कहा, “भाजपा की ओर झुकाव इसलिए है क्योंकि वहाँ निर्णय तेजी से होते हैं और ज़मीनी मुद्दों को प्राथमिकता मिलती है। कांग्रेस के पास अब सिर्फ नाम भर का संगठन है।”
निष्कर्ष
देवभोग में भाजपा की यह राजनीतिक बढ़त न केवल संगठनात्मक मज़बूती को दर्शाती है, बल्कि अनीता उपाध्याय जैसे जुझारू नेत्रियों की मेहनत का परिणाम भी है। कांग्रेस के लिए यह एक चेतावनी है कि अगर पार्टी ने अपने पुराने सिपाहियों की उपेक्षा जारी रखी, तो उसके बचे-खुचे किले भी ढह सकते हैं।

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