आजकल की बदलती जीवनशैली में लोगों का खान पान भी बदल गया है। अब लोग घर का खाना कम और बाहर का खाना ज़्यादा खाते हैं। नियमित रूप से फास्ट फूड यानी तेल में डीप फ्राईड फ़ूड खाने से शारीरिक स्वास्थ्य पर कई गंभीर प्रभाव पड़ते हैं। फास्ट फूड में फैट, चीनी, नमक और कैलोरी की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। वहीं, इसमें ज़रूरी पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और फाइबर की कमी होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं डीप फ्राइड फूड्स का सेवन करने से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
डीप फ्राइड फूड्स का सेवन इन समस्याओं को देता है न्योता:
- हाई ब्लड प्रेशर: फास्ट फूड में नमक की मात्रा ज़्यादा होती है जिससे शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ता है और ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर से दिल का दौरा, स्ट्रोक और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
- बढ़ जाता है बैड कोलेस्ट्रॉल: फास्ट फूड में मौजूद सेचुरेटेड फैट्स बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को तेजी से बढ़ाती हैं जिससे नसें सिकुड़ने लगती हैं। इससे भी दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
- कब्ज की परेशानी: फास्ट फूड में नमक और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज़्यादा होती है जिससे पेट में सूजन हो सकती है। इसके अलावा, इसमें फाइबर की कमी के कारण कब्ज हो सकता है।
- तेजी से बढ़ता है वज़न: फास्ट फूड में कैलोरी की मात्रा भी अधिक होती है, जिससे तेज़ी से वज़न बढ़ सकता है। ज़्यादा वज़न होने से हड्डियों और जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
- बढ़ जाता है डायबिटीज का खतरा: फास्ट फूड में मौजूद प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट रक्त शर्करा के स्तर को तेज़ी से बढ़ाते हैं। जिससे शरीर इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाता है, जिससे अग्नाशय पर दबाव बढ़ता है और टाइप 2 मधुमेह हो सकता है।
हेल्दी शरीर के लिए हेल्दी डाइट है ज़रूरी:
अगर आप फास्ट फूड को कभी-कभार ही खाएं। इसके बजाय, ताज़ी सब्ज़ियों, फलों, लीन प्रोटीन, साबुत अनाज और फाइबर से भरपूर संतुलित आहार लें। स्वस्थ आहार शरीर को ज़रूरी पोषण देता है, जिससे मूड बेहतर होता है और मधुमेह व हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।