CG: भक्ति, श्रद्धा और साईं नाम से गूंजा गरियाबंद – निकली भव्य पालकी यात्रा, जय साईं राम के नारों से भक्तिमय हुआ नगर
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। भक्ति, श्रद्धा और साईं नाम से गूंजा गरियाबंद नगर में बुधवार का दिन पूरी तरह साईं बाबा के नाम समर्पित रहा। अवसर था श्री साईं जन्मोत्सव का, जहाँ सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। शाम होते-होते भक्ति का उत्साह चरम पर पहुँच गया, जब श्री साईं सेवा समिति गरियाबंद द्वारा आयोजित भव्य पालकी यात्रा नगर भ्रमण के लिए निकली। यह दृश्य देखते ही बनता था, जब साईं बाबा की मनमोहक प्रतिमा से सुसज्जित पालकी को श्रद्धालुओं ने कंधे पर उठाया और जयकारों के साथ नगर भ्रमण प्रारंभ किया।

शाम 5 बजे श्री साईं मंदिर से यात्रा की शुरुआत हुई। पालकी यात्रा पुराना मंगल बाजार, सुभाष चौक, बजरंग चौक, सीतला मंदिर, मुख्य बाजार मार्ग सहित नगर के प्रमुख चौक-चौराहों से होते हुए पुनः साईं मंदिर पहुंची। इस दौरान श्रद्धालुओं की कतारें दोनों ओर लगी थीं। जैसे ही पालकी उनके समीप पहुंचती, श्रद्धालु हाथ जोड़कर साईं बाबा के दर्शन करते और आरती उतारकर स्वागत करते। “साईं बाबा की जय”, “जय साईं राम” के नारों से पूरा गरियाबंद शहर भक्तिमय वातावरण में डूब गया।
31 वर्षों से जारी परंपरा
साईं सेवा समिति द्वारा यह पालकी यात्रा लगातार 31 वर्षों से निकाली जा रही है। समिति के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी कई दिनों पूर्व से ही तैयारी प्रारंभ कर दी गई थी। पालकी की सजावट, फूल, भजन मंडली, ध्वनि व्यवस्था, प्रसाद वितरण और नगर भ्रमण के दौरान व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने में समिति के युवा, महिला और वरिष्ठ सदस्य पूरी तन्मयता से जुटे रहे।

भक्ति में लीन दिखे श्रद्धालु
पालकी यात्रा में शामिल महिला श्रद्धालुओं ने बताया कि साईं बाबा की पालकी उठाने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता। कई महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग पालकी को स्पर्श कर आशीर्वाद लेते नजर आए। युवाओं की टोली जयकारे लगाती चल रही थी, तो भजन मंडली साईं भजन प्रस्तुत कर रही थी। हर चौक-चौराहे पर व्यापारी वर्ग ने भी पुष्प वर्षा कर बाबा की पालकी का स्वागत किया। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यात्रा के दौरान नगरवासियों द्वारा की गई आरती और पुष्पवर्षा बाबा के प्रति उनकी गहरी आस्था और श्रद्धा को दर्शाती है।
नगर का वातावरण बना भक्तिमय
नगर के प्रमुख मार्गों पर रंगोली, तोरण द्वार और साईं बाबा के भव्य पोस्टर लगाए गए थे। श्रद्धालुओं के अनुसार, जब पालकी नगर भ्रमण के लिए निकली, तो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो साक्षात शिरडी से साईं बाबा नगर भ्रमण पर निकले हों। छोटे-छोटे बच्चों ने हाथ जोड़कर बाबा से अपनी सफलता और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। समिति के वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि यह आयोजन नगर की एकता, प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। हर वर्ग, हर जाति-धर्म के लोग मिलकर आयोजन को सफल बनाते हैं।
10 जुलाई को होगा जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन
साईं सेवा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 10 जुलाई को श्री साईं बाबा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। प्रातः 9 बजे से हवन, पूजन, दुग्धाभिषेक का आयोजन होगा। इसके पश्चात महाआरती कर प्रसाद वितरण किया जाएगा। दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक भंडारे का आयोजन रहेगा, जिसमें नगर सहित आसपास के गांवों से हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने की अपील की है।
श्रद्धा और सेवा का संगम
गरियाबंद नगर में आयोजित इस पालकी यात्रा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भक्ति, श्रद्धा और सेवा का संगम जहाँ होता है, वहाँ सकारात्मक ऊर्जा स्वयं प्रकट हो जाती है। जयकारों, भजनों, पुष्प वर्षा और आरती के बीच बुधवार की शाम साईं बाबा के चरणों में समर्पित हो गई। नगरवासियों ने यह संकल्प लिया कि आने वाले वर्षों में भी इसी तरह साईं पालकी यात्रा की परंपरा को और अधिक भव्यता और व्यवस्था के साथ मनाया जाएगा।

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