CG: पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ की त्रिवार्षिक प्रदेश कार्यकारिणी बैठक रायपुर में संपन्न, संगठन के कायाकल्प की नींव रखी गई
रायपुर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शनिवार को पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ के इतिहास का एक और महत्वपूर्ण अध्याय लिखने का गवाह बनी, जब राजधानी स्थित सालेम हॉस्टल में पत्रकार महासंघ की त्रिवार्षिक प्रदेश कार्यकारिणी बैठक धूमधाम से संपन्न हुई। इस बैठक में प्रदेश के सभी जिलों से पहुंचे वरिष्ठ पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों, महासचिवों, सचिवों और कार्यकारिणी सदस्यों ने भाग लेकर संगठन की मजबूती का संदेश दिया।

बैठक का सबसे बड़ा फोकस पत्रकारों के संवैधानिक, संगठनात्मक और प्रशिक्षण आधारित विकास पर रहा। इस दौरान पत्रकारों की सुरक्षा, बायलॉज संशोधन, अनुशासन समिति की भूमिका, नए पदाधिकारियों की नियुक्ति और संगठन के आगामी कार्यक्रमों को लेकर व्यापक मंथन हुआ। बैठक की शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव के उद्बोधन से हुई, जिन्होंने कहा – “संगठन की ताकत केवल संख्या से नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता, अनुशासन, संविधानिक समझ और सामाजिक सरोकारों से बनती है। आज पत्रकारिता संक्रमण काल में है। सोशल मीडिया की आंधी और फेक न्यूज के दौर में केवल वही पत्रकार टिक पाएंगे, जिनके पास मजबूत विधिक ज्ञान, संवैधानिक समझ और जमीनी सच्चाई तक पहुंचने का साहस होगा। इसके लिए संगठन को प्रदेशभर में प्रशिक्षण सत्र और कार्यशालाएं आयोजित करनी होंगी।”
संगठन को परिवार मानें, अनुशासन ही पहचान – शर्मा
प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वप्रकाश शर्मा ने कहा कि संगठन एक परिवार की तरह है। “छोटे-छोटे विषयों को लेकर मनभेद न बनाएं। हर साथी की पीड़ा को समझें और समाधान का प्रयास करें। संगठन में अनुशासन, समर्पण और परस्पर सम्मान ही हमारी असली पूंजी है।”
अनुशासन समिति गठन का आह्वान, बायलॉज संशोधन का प्रस्ताव
बैठक में द्वितीय प्रदेश उपाध्यक्ष शेख नसीम कुरैशी, जिन्होंने अपने जन्मदिवस पर उपस्थित सभी साथियों का आभार व्यक्त किया, ने कहा – “अनुशासन और कार्यसंस्कृति ही संगठन को दीर्घकालिक बनाती है। हमें नियमों का पालन करना होगा और बायलॉज में आवश्यक संशोधन करने होंगे ताकि अनुशासन समिति प्रभावी हो सके।”
इसी क्रम में अनुशासन समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव भीलेपारिया ने संगठन के बायलॉज में संशोधन और नई कंडिकाएं जोड़ने का ठोस प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही व्यापक चर्चा के बाद इसे लागू किया जाएगा, जिससे संगठन का प्रशासनिक ढांचा और पारदर्शी व मजबूत होगा।
गरियाबंद व कोंडागांव में नई नियुक्तियां, कार्यकर्ताओं में उत्साह
बैठक के दौरान गरियाबंद जिले के प्रस्ताव पर खिलेश्वर गोस्वामी को जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। वहीं कोंडागांव जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर कृष्णा सिंह ठाकुर को जिला सचिव की जिम्मेदारी दी गई। इन नियुक्तियों से दोनों जिलों में संगठन की सक्रियता को नई दिशा और मजबूती मिलेगी।
जिलों से आए प्रतिनिधियों ने रखा पत्रकारों का दर्द
बैठक में रायगढ़ जिलाध्यक्ष योगेश ने अपने जिले के पत्रकारों द्वारा सामाजिक समरसता के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी। बालोद जिला सचिव और बस्तर जिला महासचिव ने भी पत्रकारों की सुरक्षा, आर्थिक चुनौतियों, राजनीतिक दबाव और फील्ड रिपोर्टिंग की दुश्वारियों को साझा किया।
बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार तरुण पाड़ीं ने कहा, – “जिला ही नहीं, ब्लॉक स्तर तक हमारी शाखाएं सक्रिय होंगी, तभी पत्रकार हितों की लड़ाई को निर्णायक मोड़ मिलेगा। संगठन को अब लक्ष्य आधारित कार्ययोजना पर आगे बढ़ना होगा।”
पत्रकार सुरक्षा पर गंभीर मंथन
गरियाबंद जिलाध्यक्ष परमेश्वर यादव, कोण्डागांव विजय साहु, और गरियाबंद जिला महासचिव इमरान मेमन, कोण्डागांव मिलन राय ने पत्रकार सुरक्षा के सवाल पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में पत्रकार निरंतर दबाव और खतरों के बीच काम कर रहे हैं, उनकी रक्षा के लिए संगठन को कानूनी, प्रशासनिक और सामाजिक मोर्चे पर रणनीति बनानी चाहिए। “पत्रकारों पर झूठे मुकदमे, धमकी और प्रशासनिक उपेक्षा का दौर बंद होना चाहिए।”
कार्यक्रम संचालन में दिखी कुशलता
पूरी बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव निहारिका श्रीवास्तव और प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रकाश कुमार यादव ने किया। दोनों ने आयोजन की व्यवस्थाओं, मंच संचालन और संवाद व्यवस्था को बेहतरीन ढंग से संभालते हुए बैठक को ऐतिहासिक बनाने में अहम भूमिका निभाई।
भविष्य की कार्ययोजना
बैठक के समापन में यह निर्णय लिया गया कि अगले 3 माह में प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में प्रशिक्षण कार्यशालाएं, पत्रकार सुरक्षा पर जनसंवाद और ब्लॉक स्तर तक संगठन विस्तार को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश स्तरीय महाधिवेशन की रूपरेखा भी जल्द घोषित की जाएगी।
अंतिम संदेश
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा, – “यह बैठक हमारे संगठन के कायाकल्प की नींव है। पत्रकारों के हक, सम्मान, सुरक्षा और प्रशिक्षण के लिए महासंघ हर स्तर पर निर्णायक कदम उठाएगा।”