खैरागढ़। खैरागढ़ जिले में शनिवार को श्री सीमेंट परियोजना के खिलाफ चल रहा विरोध एक बड़े जनआंदोलन में बदल गया। प्रस्तावित सण्डी चूना पत्थर खदान और सीमेंट प्लांट के विरोध में हजारों की संख्या में ग्रामीण, किसान और महिलाओं ने एकजुट होकर मुख्य मार्ग पर जोरदार प्रदर्शन किया। भीड़ इतनी बड़ी थी कि पूरे इलाके में घंटों तक आवाजाही बाधित रही और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
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मुख्यमार्ग जाम, हजारों लोग सड़क पर उतरे
सुबह से ही विभिन्न गांवों से लोग ढोल-नगाड़ों और बैनरों के साथ विरोध स्थल पर पहुंचने लगे। देखते ही देखते मुख्य मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर श्री सीमेंट परियोजना को रद्द करने की मांग की और नारेबाजी की। भीड़ की संख्या बढ़ने पर पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग कर मार्ग को खाली करवाने की कोशिश की गई लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे हटाने से साफ इनकार कर दिया।
लाठीचार्ज के बाद बिगड़ी स्थिति
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर भीड़ को पीछे धकेलने का प्रयास किया। लाठीचार्ज की जानकारी मिलते ही भीड़ आक्रोशित हो उठी और कई प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों को दौड़ाया। घटना के वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरा छोड़कर पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं।
ग्रामीण बोले—‘हमारी जमीन बचाओ’
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का कहना है कि प्रस्तावित सीमेंट प्लांट से उनकी खेती, पेयजल स्रोत और पर्यावरण को भारी नुकसान होगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि परियोजना के नाम पर उनकी जमीनों का अधिग्रहण जबरन किया जा रहा है और उन्हें उचित जानकारी व मुआवजा नहीं दिया गया।“हम अपनी जमीन, जंगल और पानी किसी भी कीमत पर नहीं देंगे। यह प्रोजेक्ट लगा तो आने वाली पीढ़ियों का भविष्य खत्म हो जाएगा।”
