छुरा (गंगा प्रकाश)। दो दिवसीय रामकथा – ग्राम कोसमी में आयोजित दो दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन आस्था और भक्ति का विराट संगम साबित हुआ। गांव की गलियों से लेकर कथा पंडाल तक राम नाम के जयघोष से वातावरण गूंजता रहा। श्रद्धालु सुबह से ही भारी संख्या में कथा स्थल पहुंचने लगे। मंच पर भव्य झांकी सजाई गई, जहां भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान की प्रतिमाओं का अलौकिक श्रृंगार हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राजिम विधानसभा के विधायक रोहित साहू पहुंचे। उनके साथ मंच पर महासमुंद लोकसभा के पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत सभापति लेखराज धुर्वा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष केशरी ध्रुव, पूर्व जनपद अध्यक्ष तोकेश्वरी मांझी सहित क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

मर्यादा पुरुषोत्तम की पूजा से हुई शुरुआत
मंच पर पहुँचकर सभी अतिथियों ने विधि-विधान से भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की और कथा की शुरुआत की। जैसे ही मंत्रोच्चार के बीच आरती हुई, पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के गगनभेदी नारों से गूंज उठा।
विधायक रोहित साहू का संदेश
जनमानस को संबोधित करते हुए विधायक रोहित साहू ने कहा— “श्रीराम कथा मात्र धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जीवन जीने की सही राह दिखाने वाली शिक्षा है। भगवान राम का जीवन त्याग, मर्यादा और आदर्शों से परिपूर्ण है। वे पुत्र धर्म निभाने में आदर्श बने, भाई के रूप में त्याग की मिसाल पेश की और राजा के रूप में न्यायप्रिय शासन का उदाहरण स्थापित किया। हर युग में श्रीराम का जीवन हम सबको प्रेरणा देता है।”
उन्होंने कोसमी ग्रामवासियों को इतना भव्य आयोजन करने के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि इस कथा से गांव ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र का वातावरण राममय हो गया है।
पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू ने किया आह्वान
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा— “कथा हमें राम के पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा देती है। प्रभु श्रीराम के जीवन से हमें धैर्य, सेवा और धर्म के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। आज के समय में राम कथा का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह हमें मर्यादा और संस्कारों से जोड़े रखती है।”
अन्य अतिथियों का संबोधन
जिला पंचायत सभापति लेखराज धुर्वा और अन्य अतिथियों ने भी श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन समाज को जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं से अवगत कराते हैं।
भक्तिमय माहौल और भारी भीड़
दो दिवसीय कथा के दौरान सुबह-शाम भजन संध्या और प्रवचन में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर शोभायात्रा निकाली, वहीं युवाओं ने भक्ति गीतों पर नृत्य कर पूरे वातावरण को राममय कर दिया। पंडाल में श्रद्धालुओं के बैठने और भोग प्रसाद की विशेष व्यवस्था रही।
कोसमी की इस रामकथा में क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। रामभक्ति में डूबा जनसैलाब देखकर आयोजक मंडल का उत्साह दोगुना हो गया।