Chhattisgarh Elephant Terror सारंगढ़, 7 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के एक गांव का है, जहां देर रात हाथियों के झुंड ने शमशान घाट के पास पहुंचकर ग्रामीणों में दहशत फैला दी। मौके पर रेंजर सुरेंद्र होता की टीम ने तुरंत पहुंचकर फटाके और मशाल की मदद से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा।
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हाथियों का उत्पात – खेत रौंदने के बाद गांव में घुसा झुंड
जानकारी के मुताबिक, यही वही हाथियों का झुंड है जिसने एक दिन पहले जूनस गांव के धान के खेतों में हमला कर एक बुजुर्ग किसान की जान ले ली थी। हादसे के वक्त उसके बेटे किसी तरह जान बचाकर भाग निकले थे, लेकिन पिता की मौत हो गई। घटना के बाद से ही क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
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रेंजर सुरेंद्र होता की टीम ने दिखाई तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की रेंजर सुरेंद्र होता के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। टीम ने फटाके, मशाल और ड्रम बजाकर हाथियों को भगाने की कार्रवाई की। लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा गया।
ग्राम प्रधान की अपील – रात में न निकलें घरों से बाहर
घटना के बाद ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों से रात में घर से बाहर न निकलने की अपील की है। साथ ही खेतों की रखवाली के दौरान अकेले न जाने और वन विभाग को तत्काल सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।
धान की फसल को भी हुआ नुकसान
हाथियों के झुंड ने कई एकड़ खेतों में खड़ी धान की फसल रौंद दी, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वन विभाग ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।
वन विभाग की निगरानी टीम सक्रिय
वन विभाग ने आसपास के गांवों में निगरानी बढ़ा दी है। टीम ने कहा है कि यदि कहीं हाथियों की आवाजाही दिखाई दे, तो वन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत सूचना दें।
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