फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अंचल के रेत खदानों से अवैध उत्खनन कर रही हाईवा गाड़ी को रायपुर जिले के अधिकारियों द्वारा पकड़ने की कार्यवाही से जिला गरियाबंद के सरकारी महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बीतीरात गौण खनिजों के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की गई है। खनिज विभाग की टीम ने बीती रात अभनपुर क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन गरियाबंद जिले से करने एवं परिवहन करने के मामले में 7 हाईवा को पकड़ा है। यह कार्यवाही कलेक्टर के सख्त आदेश के बाद खनिज विभाग के उपसंचालक के. के. गोलघाटे के निर्देश पर खनिज विभाग के सुपरवाइजर सुनील दत्त शर्मा के नेतृत्व में टीम ने करते हुए जब्त वाहनों को उपरवारा चौकी के सुपुर्द कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि इन जब्त वाहनों में गरियाबंद जिले से अवैध खनन कर परिवहन की जा रही रेत थी। जब्त किए गए वाहनों में CG 04N5583,CG 04PB 9982, CG 04PS 3972, CG 04 3971, CG 25 M 4501, CG 22 T 9722, CG 27 CE 5668 शामिल है। बताया जाता है कि फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम पोलकर्रा में इन दिनों मनमाने ढंग से सड़क किनारे रेत का रात्रि में उत्खननन कर सैकड़ों हाईवा गाड़ी में परिवहन हो रहा है। 5-6 दिन पूर्व पोलकर्रा से अवैध रेत उत्खनन कर ग्राम सोनासिल्ली के रास्ते हाइवा गाड़ी निकालते हुए ग्रामीणों ने पकड़ लिया था जिसके बाद रेत माफियाओ द्वारा फिर पुराने रास्ते से रेत का अवैध उत्खनन शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया की पिछले तीन दिन से रेत उत्खनन पुनः शुरू हो गया है रात्रि में 7 बजे से सुबह 5 बजे तक 60-65 हाइवा निकाली जा रही है। यहां यह बताना लाजिमी है कि 2 दिन पूर्व ही फिंगेश्वर सुखा नदी से रात्रि में एक छापामार कार्यवाही से 2 चौन माउंटिंग जब्त करने की कार्यवाही की गई थी। और आज रात्रि से ही फिर यहां सुखा नदी में सड़क किनारे धड़ल्ले से रेत का उत्खनन रात्रि में शुरू कर हाईवा गाड़ी भरी जाने की तैयारी कर ली गयी है। कलेक्टर गरियाबंद द्वारा अवैध रेत उत्खनन पर सख्त कार्यवाही के निर्देश के बाद सुखा नदी में कार्यवाही तो की गई परंतु दूसरे ही दिन से फिर अवैध उत्खनन में मनमानी किया जाना न सिर्फ आश्चर्य का विषय है बल्कि इसे प्रशासन की लूंजपुंज व्यवस्था इंगित होती है। विकासखंड में अन्य 4-5 स्थानों पर इन दिनों अंधाधुध अवैध उत्खनन निर्वाध गति से हो रहा है। औपचारिक कार्यवाही के कारण रेत माफिया के हौसले काफी बुलंद है। रेत माफिया के गुर्गे खुलेआम बतियाते देखे जा रहे है कि अवैध उत्खनन एवं परिवहन का पूरा काम सेटिंग से किया जा रहा है। यदा-कदा प्रशासनिक कार्यवाही तो मात्र औपचारिकता है। फिंगेश्वर विकासखंड में इन दिनों रेत खदानों में हो रहा अवैध उत्खनन 10 अक्टूबर के बाद करोड़ो से ज्यादा का फिगर पार कर दिया है। परंतु प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की चुप्पी रहस्त बनी हुई है। इन खदानों की रायल्टी स्वीकृत कर खनन से प्राप्त होने वाली राशि को जनकल्याण में मंगाया जावे तो प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की साख बढ़ेगी और जनता को विकास कार्यो का लाभ मिल सकता है।
खनिज विभाग में मैं अकेला अधिकारी हु बाकि सभी का स्थानांतरण हो गया है। स्टाफ की कमी के कारण समय पर कार्यवाही नहीं हो पाती। तहसीलदार से बात करता हु।
फागुलाल नागेश, सहायक खनिज अधिकारी, जिला-गरियाबंद