छुरा (गंगा प्रकाश)। छुरा ब्लॉक के ग्राम पाट सिवनी में आज एक भावुक माहौल देखने को मिला, जब प्रदेश के पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ल स्वयं पहुंचकर वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता स्वर्गीय चैतू राम ध्रुव के पंच नहावन कार्यक्रम में शामिल हुए। मंत्री शुक्ल ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और दिवंगत चैतू राम ध्रुव के लंबे राजनीतिक एवं सामाजिक योगदान को याद किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री अमितेश शुक्ल ने कहा — चैतू राम ध्रुव जैसे कार्यकर्ता किसी भी पार्टी की असली ताकत होते हैं। उन्होंने गांव-गांव में कांग्रेस की विचारधारा को पहुँचाया और संगठन को मजबूत किया। आज हम सब उनके समर्पण, सादगी और निष्ठा को नमन करते हैं।

मंत्री शुक्ल ने यह भी उल्लेख किया कि स्वर्गीय चैतू राम ध्रुव ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्यामा चरण शुक्ल के साथ काम करते हुए राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उनका जीवन संघर्ष और सेवा की मिसाल रहा। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी पार्टी के प्रति निष्ठा बनाए रखी और गांव के हर वर्ग के लोगों के साथ जुड़कर काम किया।
कार्यक्रम के दौरान पूरा माहौल श्रद्धा और संवेदना से भरा रहा। चैतू राम ध्रुव के परिवारजनों ने भी मंत्री अमितेश शुक्ल का आभार जताया कि उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच गांव आकर श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, पार्षदगण, सरपंच, युवक कांग्रेस व महिला कांग्रेस की पदाधिकारी भी शामिल रहीं। सभी ने अपने-अपने शब्दों में स्व. ध्रुव के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे एक सच्चे जनसेवक और कर्मठ कार्यकर्ता थे, जिन्होंने कभी भी पार्टी या संगठन से पीछे हटना नहीं सीखा।
गांव के बुजुर्गों ने बताया कि चैतू राम ध्रुव ने हमेशा जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाई और गरीबों की सहायता के लिए आगे रहे। उनका घर हमेशा आमजन के लिए खुला रहता था।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री शुक्ल ने स्वर्गीय चैतू राम ध्रुव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा।

उन्होंने कहा — कांग्रेस पार्टी आज जिन सिद्धांतों पर खड़ी है, वह ऐसे ही कार्यकर्ताओं की बदौलत है। हम उनके सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
गांव के लोगों ने इस कार्यक्रम को न केवल एक श्रद्धांजलि समारोह, बल्कि कांग्रेस परिवार के एकजुटता और सम्मान के प्रतीक के रूप में देखा।




