बोले – रणभूमि हो या रनभूमि, भारत का जवाब हमेशा करारा रहेगा
रायपुर (गंगा प्रकाश)। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में एशिया कप 2025 का रोमांचक फाइनल खेला गया, जिसमें टीम इंडिया ने अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर नौवीं बार एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस जीत ने न सिर्फ करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों के दिलों को जीत लिया, बल्कि पूरे देश को उत्साह और गर्व से सराबोर कर दिया।
दिल्ली, मुंबई, रायपुर से लेकर छोटे-छोटे कस्बों और गांवों तक में जश्न का माहौल है। ढोल-नगाड़ों की थाप, आतिशबाज़ी की चमक और भारत माता के जयकारों से सड़कों पर देर रात तक हुजूम उमड़ा रहा।

“ऑपरेशन सिंदूर का जज़्बा मैदान में भी दिखा” – गुरुचरण सिंह होरा
छत्तीसगढ़ टेनिस एसोसिएशन के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत की बधाई दी और इसे महज खेल की जीत नहीं, बल्कि राष्ट्र के आत्मविश्वास और एकता का प्रतीक बताया।
होरा ने कहा – “तिरंगा हर मैदान में विजय श्री प्राप्त करता है। रणभूमि हो या रनभूमि, भारत का जवाब हमेशा करारा था, करारा है और करारा रहेगा। यह जीत हमें हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की याद दिलाती है, जिसमें भारतीय सेना ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देकर देश का मान बढ़ाया। क्रिकेट के मैदान पर भी वही जज़्बा देखने को मिला।”
कप्तान सूर्या की रणनीति और तिलक वर्मा की धाकड़ पारी
गुरुचरण सिंह होरा ने कप्तान सूर्यकुमार यादव की रणनीति और नेतृत्व की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि टीम की जीत का आधार कप्तान की सोच और खिलाड़ियों का आपसी तालमेल रहा।
उन्होंने खास तौर पर तिलक वर्मा की नाबाद 69 रनों की पारी को मैच का टर्निंग प्वॉइंट बताया। साथ ही, गेंदबाज़ी में कुलदीप यादव के 4 विकेट और जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाज़ी को निर्णायक भूमिका निभाने वाला प्रदर्शन कहा।
“देशवासियों की दुआ और खिलाड़ियों की मेहनत का नतीजा”
होरा ने कहा – “यह जीत केवल 11 खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि 140 करोड़ देशवासियों की दुआ और आशीर्वाद का नतीजा है। जब पूरा देश एकजुट होकर अपने खिलाड़ियों को हौसला देता है, तो नतीजा इसी तरह गौरवशाली होता है।”
वर्ल्ड कप 2026 पर नज़र
गुरुचरण सिंह होरा ने विश्वास जताया कि टीम इंडिया इसी जज़्बे और समर्पण के साथ आगे भी शानदार प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा – “अब हमारी नज़र 2026 टी20 वर्ल्ड कप पर है। मुझे यकीन है कि टीम इंडिया अपने अनुशासन, मेहनत और जोश से कई और अंतरराष्ट्रीय खिताब भारत की झोली में डालेगी। खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है।”