शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान ने दिव्यांग बच्ची के साथ मनाया विशेष उत्सव…
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा आज एक भावनात्मक और संवेदनाओं से परिपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्थान ने दिव्यांग बच्चों के साथ मिलकर यह दिवस मनाया, जिसके माध्यम से समाज में दिव्यांगजनों के प्रति सम्मान, प्रेम और सहयोग का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य व विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी एवं वार्ड पार्षद श्रीमती रेणुका साहू, विशिष्ट अतिथि के रूप में पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी गैंदलाल सिन्हा कार्यक्रम में शामिल हुए। तीनों अतिथियों ने बच्ची एवं संस्थान की इस पहल की सराहना की।
दिनभर की गतिविधियाँ और संस्थान की पहल पर
दिवस के अवसर पर बच्चों की रुचि के अनुरूप कई गतिविधियाँ रखी गईं स्थल पर स्नेहपूर्ण माहौल निर्मित किया गया। जिसमे छोटे छोटे दिव्यांग बच्चों की झलकियां प्रस्तुति के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
संस्थान के सदस्य एवं अतिथियों ने बच्चों के साथ रचनात्मक खेल और समय बिताया। इस कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने बच्चों की खुशी को अपनी खुशी माना और इस पहल की भरपूर सराहना की।
मुख्य अतिथि पार्षद श्रीमती रेणुका साहू ने कहा कि
दिव्यांग बच्चे हमारे समाज की जिम्मेदारी हैं, बोझ नहीं। उन्हें संवेदनाओं और सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर देना ही सच्चा सामाजिक दायित्व है। शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान का यह प्रयास मानवता को मजबूत करने वाला कदम है। मैं संस्थान को इस संवेदनशील आयोजन के लिए बधाई देती हूँ।
विशिष्ट अतिथि सुनील कुमार यादव, प्रदेश अध्यक्ष पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ ने कहा कि दिव्यांगजन किसी सहानुभूति नहीं बल्कि समान अवसरों के हकदार हैं।
ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में सकारात्मक सोच विकसित होती है। पत्रकार महासंघ की ओर से मैं संस्थान की इस पहल को सराहता हूँ और आशा करता हूँ कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक दिव्यांगजनोन्मुख योजनाओं की जानकारी पहुँचे।
समाजसेवी गैंदलाल सिन्हा ने कहा कि दिव्यांग बच्चे विशेष संवेदनाओं के प्रतीक होते हैं। वे प्रेम, धैर्य और विश्वास के साथ बहुत कुछ सीख और कर सकते हैं। आज का यह आयोजन समाज को यह संदेश देता है कि प्रत्येक दिव्यांग बच्चे को समर्थन और आत्मविश्वास से भरना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान की अधीक्षिका लक्ष्मी ध्रुव ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित और सम्मानित करने के उद्देश्य से यह आयोजन रखा गया। संस्थान का मानना है कि समाज में दिव्यांग बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक माहौल और परिवारनुमा सहयोग सबसे जरूरी है।
वहीं संस्थान के कोषाध्यक्ष खेमचंद जंजीर ने कहा कि शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा किया गया यह आयोजन गरियाबंद जिले में सामाजिक चेतना और मानवता का संदेश बनकर उभरा। अतिथियों की उपस्थिति और उनके प्रेरक वक्तव्यों ने कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना दिया।
राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के इस अवसर ने यह साबित किया कि यदि समाज संवेदनशीलता और सहयोग के साथ आगे बढ़े, तो दिव्यांग बच्चे भी जीवन के हर क्षेत्र में नई मिसाल कायम कर सकते हैं।



