CG: देवभोग में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 22 लीटर से अधिक अवैध शराब के साथ आरोपी गिरफ्तार, ओडिशा से लाई गई थी अंग्रेजी शराब
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। देवभोग थाना क्षेत्र में एक बार फिर पुलिस ने अवैध शराब कारोबारियों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। “नया सवेरा अभियान” के तहत की गई इस कार्रवाई में 22.660 बल्क लीटर अवैध देशी और अंग्रेजी शराब जब्त करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई शराब में ओडिशा प्रांत से लाई गई अंग्रेजी व्हिस्की, बीयर और भारी मात्रा में कच्ची महुआ शराब शामिल है।
मुखबिर की सूचना से खुली बड़ी तस्करी की परत
मिली जानकारी के अनुसार, दिनांक 07 जून 2025 को देवभोग थाना प्रभारी को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम झाखरपारा निवासी मनोज कुमार यदु अपने घर में अवैध शराब स्टॉक कर उसे बेचने की फिराक में है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी ने तुरंत एक टीम गठित की और बताये गए स्थान पर दबिश दी।

पुलिस टीम ने जब मनोज कुमार के घर में छापा मारा, तो वह शराब बेचने की तैयारी में था। तलाशी के दौरान उसके कब्जे से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई।
बरामद अवैध शराब की विस्तृत जानकारी:
प्रकार मात्रा कीमत
- गोवा व्हिस्की (उड़ीसा निर्मित) 9 नग × 180ml = 1.620 लीटर ₹1088
- हंटर बीयर (उड़ीसा निर्मित) 5 नग × 500ml = 2.500 लीटर ₹700
- डबल लाल घोड़ा छाप कच्ची महुआ शराब 72 नग × 200ml = 14.400 लीटर ₹1800
- कुल अवैध शराब 22.660 बल्क लीटर ₹5420
- साथ में जब्त: 1 नग फ्रिज (शराब स्टोर करने हेतु) ₹7000
पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार, भेजा गया जेल
पूछताछ में आरोपी मनोज कुमार यदु, पिता सोहनलाल यदु, उम्र 43 वर्ष, निवासी ग्राम झाखरपारा, थाना देवभोग, ने कबूल किया कि वह ओडिशा से शराब खरीदकर लाता था और स्थानीय स्तर पर छोटे ग्राहकों को बेचता था। उसके पास से जब्त शराब को लेकर जब वैध दस्तावेज की मांग की गई, तो वह कुछ भी प्रस्तुत नहीं कर सका।
पुलिस ने इस कृत्य को छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत अपराध मानते हुए अपराध क्रमांक 162/2025 दर्ज किया। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
नया सवेरा अभियान में गरियाबंद पुलिस की मुस्तैदी
उल्लेखनीय है कि गरियाबंद पुलिस अधीक्षक द्वारा शुरू किए गए “नया सवेरा अभियान” के तहत जिले भर के थाना प्रभारियों को अवैध शराब, गांजा, नशे के कारोबार व अवैध धंधों पर कठोर कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में देवभोग थाना पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी सफलता है, बल्कि आने वाले समय में ऐसे अपराधियों के लिए स्पष्ट चेतावनी भी है।
देवभोग थाना प्रभारी ने बताया कि:
“हम लगातार क्षेत्र में गश्त और मुखबिर तंत्र को सक्रिय बनाए हुए हैं। अवैध शराब कारोबारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जनता से भी अपील है कि ऐसे लोगों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।”
सामाजिक प्रभाव और स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। ग्रामीणों ने बताया कि झाखरपारा क्षेत्र में लंबे समय से कुछ तत्व ओडिशा से शराब मंगवाकर गांवों में खुलेआम बेच रहे थे। इससे युवा पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा था। अब जब पुलिस ने कठोर कार्रवाई की है, तो उम्मीद है कि इस अवैध धंधे पर अंकुश लगेगा।
क्या कहते हैं जानकार?
कानून विशेषज्ञों का मानना है कि आबकारी अधिनियम के अंतर्गत धारा 34(2) एक गंभीर अपराध है और इसमें कठोर सजा का प्रावधान है। यदि मामले की जांच में तस्करी के बड़े नेटवर्क के संकेत मिलते हैं, तो इसमें एनडीपीएस एक्ट या अंतरराज्यीय अपराध की धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं।
पुलिस की सख्ती बनी शराब माफियाओं की आफत
देवभोग पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गरियाबंद जिले में अवैध शराब का कारोबार करने वालों की अब खैर नहीं। यह कार्रवाई उन सभी के लिए चेतावनी है जो कानून की धज्जियाँ उड़ाकर समाज में जहर घोल रहे हैं।
गरियाबंद पुलिस की मुहिम जारी है और अगला नंबर किसी भी तस्कर का हो सकता है।