मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण आयोजित, 7 दिसंबर को होगी महापरीक्षा
छुरा (गंगा प्रकाश)। उल्लास नवभारत कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विकासखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन बीआरसी कार्यालय छुरा में किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह धीर के मार्गदर्शन और डीपीओ बुद्धविलास सिंह के निर्देशन में यह कार्यक्रम चरणबद्ध रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी के.एल. मतावले ने जानकारी दी कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) की पहल पर राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि असाक्षर वयस्क साक्षर बनकर समाज के उत्थान में सशक्त भूमिका निभाएंगे। जीवन कौशल और बुनियादी शिक्षा से उनकी व्यावसायिक दक्षता भी बढ़ेगी। महापरीक्षा अभियान के अंतर्गत व्यापक परीक्षा 7 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित है।
बीपीओ किशन धीतेश ने बताया कि यह योजना पूर्णतः कर्तव्यबोध की भावना पर आधारित है। मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने संकुलों में स्वयंसेवी शिक्षकों को विधिवत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे तथा नारा लेखन, जन-जागरूकता और प्रचार-प्रसार कार्यक्रमों के माध्यम से उल्लास साक्षर भारत अभियान को गति देंगे।
नवाचारी शिक्षक एवं मास्टर ट्रेनर शंकर लाल यदु ने प्रशिक्षण के दौरान कार्यक्रम की विषयवस्तु को विस्तारपूर्वक रखते हुए बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मानकों के अनुसार शिक्षार्थियों के लिए 200 घंटे का अध्यापन प्रस्तावित है। उन्होंने प्रवेशिका अनुरूप परिवार और पड़ोस, बातचीत, हमारा रहन-सहन, हमारे आसपास, खानपान व सेहत, मतदान और कानूनी जानकारी जैसे महत्वपूर्ण इकाइयों की विस्तृत जानकारी दी।
शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा ने बताया कि यह शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु वर्ग के उन वयस्कों को साक्षर बनाया जाएगा, जो औपचारिक स्कूली शिक्षा से वंचित रह गए हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स चंद्रिका साहू, कसमुद्दीन शाहिल, शिव ठाकुर, चिरंजीव साहू, धनेश राम सेन, संतोष साहू, देवनारायण यदु, नोहर पटेल, देवलाल ध्रुव, टंकेश्वर मरकाम, कन्हैया लाल मंडल सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
