फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। समर्थन मूल्य पर धान बिक्री के लिए किसानों को समितियों के चक्कर से बचाने टोकन तुंहर हाथ मोबाईल एप्प की सुविधा दी गई है। लेकिन, सर्वर डाउन होने और एप्प में तकनीकी समस्या के कारण अंचल के किसानों को टोकन काटने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विदित हो कि किसान टोकन एप्प में टोकन कटना सुबह 9ः30 बजे शुरू होता है। प्रारंभ में एप्प खुलता ही नहीं और अगर कनेक्ट होता भी है तो कुछ ही क्षणों में खरीदी की सीमा समाप्त होने का संदेश आता है। खरीदी की लिमिट के कारण इस एप्प से टोकन किसानों के हाथों तक नहीं पहुंच रहा है। अधिकांश टोकन मोबाइल एप्प से जारी किए जा रहे है। शासन द्वारा देरी से धान खरीदी शुरू करने के कारण टोकन के लिए होड़ मच रही है। जिससे खरीदी केन्द्रों की लिमिट जल्दी खत्म हो जा रही है और बचे हुए किसानों को टोकन नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से किसानों को धान की कटाई-मिंजाई छोड़कर समितियों के चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहीं अधिकतर ग्रामीण इलाकों के रहने वाले किसान के पास एंड्रायड फोन होने के बाद भी उन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया की समझ नहीं होने की वजह से टोकन कटवाने के लिए च्वॉईस सेंटरों के चक्कर लगाना पड़ रहा है।