राजधानी में गरबा की धूम, संस्कृति और उत्सव का अद्भुत संगम
रायपुर (गंगा प्रकाश)। नवरात्रि के पावन अवसर पर राजधानी रायपुर पूरी तरह गरबा की रंगीनियों में डूब गई। बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में तीन दिवसीय “रंगीलो रास 2025 (Season 2)” का आगाज़ बेहद भव्य अंदाज़ में हुआ। ग्रैंड ग्रुप के चेयरमैन और छत्तीसगढ़ टेनिस संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने दीप प्रज्वलित कर और माँ दुर्गा की आरती कर महोत्सव का शुभारंभ किया।

उद्घाटन अवसर पर उपस्थित हजारों भक्तों और युवाओं को संबोधित करते हुए श्री होरा ने कहा –“गरबा जैसे आयोजन हमें हमारी महान भारतीय सांस्कृतिक विरासत से जोड़ते हैं। यह न केवल परंपराओं को जीवित रखते हैं बल्कि समाज में एकता, भाईचारे और उत्साह का भी संचार करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक समय में जब युवा पीढ़ी पश्चिमी संस्कृति की ओर आकर्षित हो रही है, तब इस प्रकार के पारंपरिक आयोजन संस्कृति को संजोने और पीढ़ियों तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम हैं।
आयोजकों की जमकर तारीफ़
मुख्य अतिथि गुरुचरण सिंह होरा ने आयोजक तुषार चोपड़ा और उनकी टीम की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास भारतीय संस्कृति को जीवंत रखने के लिए प्रेरणादायक है।
भव्य मंच सजावट, रंग-बिरंगे परिधान, और गरबा की उम्दा प्रस्तुतियों ने माहौल को बेहद ऊर्जावान बना दिया। उन्होंने कहा –“रंगीलो रास 2025 हर प्रतिभागी और हर दर्शक के दिल में एक अमिट छाप छोड़ने वाला है।”
हजारों की भीड़, रंगीन माहौल
इस मौके पर छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, रायपुर सिविल लाइन सीएसपी रमाकांत साहू, नवभारत की संपादक उमा व्यास, समाजसेवी महेंद्र सिंघानिया, अजय गवली, गोलू गवली, अनमोल तिवारी, आदित्य पाटिल, प्रियांशी श्रीवास्तव, राजेंद्र शर्मा समेत शहर की दिग्गज हस्तियाँ मौजूद रहीं।
पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे हजारों भक्तगण गरबा की ताल पर झूमते दिखे। ढोल, नगाड़ों और संगीत की गूंज ने पूरा स्टेडियम देवी माँ की भक्ति और उत्सव के रंगों से भर दिया।
संस्कृति और उत्सव का संगम
“रंगीलो रास 2025” का हर क्षण उत्साह, ऊर्जा और भक्ति से भरा हुआ रहा। मंच पर कलाकारों की सजीव प्रस्तुतियाँ, दर्शकों की तालियाँ और झूमते कदमों ने महोत्सव को एक यादगार सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया।
कार्यक्रम स्थल पर सजावट से लेकर व्यवस्थाओं तक हर पहलू ने साबित किया कि यह आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि राजधानी रायपुर का सांस्कृतिक उत्सव बन चुका है।