गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। परंपरागत रूप से मनाया जाने वाला गांव बनई का पर्व आज ग्राम बारूला मे ठाकुर देव की पूजा कर धूमधाम से सम्पन्न हुआ। छत्तीसगढ़ की संस्कृति में इस दिन नई कटाई की फसल सबसे पहले गांव के ठाकुर देव को चढ़ाई जाती है। यह मान्यता है कि देवता की कृपा से ही गांव में सुख-समृद्धि, वर्षा और अच्छी फसल का आशीर्वाद मिलता है। इसी परंपरा को निभाते हुए ग्रामीणों ने मिलकर नवकटही धान लेकर ठाकुर देव के स्थान पर पूजा-अर्चना की।इस दिन पूरे गांव का सामान्य कामकाज पूरी तरह बंद रहता है। खेत-खार, बाजार, मजदूरीकृसभी गतिविधियाँ रोक दी जाती हैं, ताकि पूरा गांव पूजा में सहभागी हो सके और देवता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सके।पूजा कार्यक्रम में सरपंच सुकदेव राम साहू, उपसरपंच उत्तम सोनवानी, ग्रामीण कोषाध्यक्ष झाड़ूराम साहू, सदस्य सुखराम, गैंद राम टंडन, तोरन धुव बैगा, तिरीथ यादव, अजय वर्मा उपार्जन केंद्र प्रभारी सहित गांव के सभी महिला-पुरुष, युवा और बुजुर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए। सामूहिक पूजा के बाद सरपंच सुकदेव राम साहू ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा की ठाकुर देव पूजा हमारे गांव की सबसे पवित्र और प्राचीन परंपरा है। नई फसल काटकर सबसे पहले भगवान को अर्पित करना हमारी आस्था ही नहीं, बल्कि प्रकृति और धरती माता के प्रति सम्मान का प्रतीक है। आज पूरे गांव ने एक साथ मिलकर पूजा की, यह हमारी एकता की शक्ति है। पंचायत की ओर से हम कोशिश करेंगे कि गांव की कृषि, सिंचाई, खेत मार्ग और किसानों की सुविधाओं में और सुधार हो। ठाकुर देव की कृपा से हमारा गांव हमेशा खुशहाल रहे, यही हमारी प्रार्थना है। पूजा के बाद ग्रामीणों ने प्रसाद ग्रहण किया और पूरे गांव में उत्सव जैसा वातावरण बना रहा। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी ने पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होकर इस सांस्कृतिक आयोजन को सफल बनाया। ग्राम बनई में सम्पन्न यह ठाकुर देव पूजा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रही, बल्कि गांव की एकता, संस्कृति और कृषि जीवन की गहराई से जुड़ी परंपरा का सुंदर प्रदर्शन भी बनी।
There is no ads to display, Please add some




