अरविन्द तिवारी
रायपुर (गंगा प्रकाश)- छत्तीसगढ़ की संस्कृति, सम्मान और सभ्यता बुजुर्गों से जुड़ी है। सामूहिक परिवार में रहने की प्रथा अन्य राज्यों की तुलना में हमारे राज्य में श्रेष्ठ है। राज्य सरकार द्वारा बुजुर्गों के कल्याण के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुजुर्गों के लिये एक नवंबर राज्य निर्माण दिवस से सियान हेल्पलाइन प्रारंभ करने की बड़ी घोषणा की है। यह हेल्पलाइन ऐसे वृद्धजन जिनकी संतानें देश-विदेश के अन्य स्थानों में कार्यरत हैं, उन्हें आपात स्थितियों में सहायता पहुंचाने में मदद करेगी।
उक्त बातें समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया ने राजधानी के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे 31 वृद्धाश्रम संचालित है। यहां निराश्रित बुजुर्गों के लिये खाने पीने से लेकर आश्रय, चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। जिले से लेकर राज्य स्तर पर बुजुर्गाे की समस्या निवारण की व्यवस्था राज्य सरकार ने की है। इसके लिये सभी बुजुर्गाे को सतर्क और जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने बुजुर्गों को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की बधाई एवं शुभकामनायें देते हुये कहा कि छत्तीसगढ के विकास में बुजुर्गाे का भी अहम योगदान है। नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के लिये बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूरी है। अच्छे महौल और सबके सहयोग से ही हम नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार करने में सफल होेंगे। इसी कड़ी में समारोह को संबोधित करते हुये विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि बुजुर्गाे के प्रति पहली जिम्मेदारी उनके बच्चों के साथ पूरे समाज की है। राज्य सरकार ने पेंशन सहित बुजुर्गाे के जरूरत के लिये कई व्यवस्थायें की है। अब बुजुर्गाे की मदद के लिये हेल्पलाइन भी शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गाे के लिये आत्मीयता और मान-सम्मान सबसे बड़ी जरूरत है इस दिशा में नौजवानों को सोचना होगा। वहीं छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि एकाकी परिवार की वजह से बुजुर्ग बहुत प्रभावित और उपेक्षित हुये हैं। भौतिकतावाद के कारण सामाजिक ताना-बाना बिखर रहा है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के अनुभव का लाभ युवा पीढ़ी को लेना चाहिये। नई पीढ़ी प्रेरणा लेकर सम्मान का वातावरण फिर से लायें।
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा आज राजधानी रायपुर के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में राज्य स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ० चरणदास महंत, समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, छत्तीसगढ़ योग आयोग की अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा सहित विभिन्न जिलों से आए लगभग तीन हजार बुजुर्ग शामिल हुये। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथियों द्वारा सूफी गायक पद्मश्री मदन चौहान और समाज सेविका पद्मश्री शमशाद बेगम सहित सोलह वरिष्ठजन का समाज के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान के लिये शॉल , श्रीफल और प्रतीक चिन्ह से सम्मान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और राजगीत के साथ हुआ। समारोह में अतिथियों द्वारा सीनियर सिटीजन वेलफेयर फोरम द्वारा प्रकाशित वृद्धजनों से संबंधित पत्रिका संज्ञान का विमोचन भी किया गया। विभिन्न जिलों से आये सभी बुजुर्गाे का श्रीफल शॉल और वॉकिंग स्टिक देकर सम्मान किया गया।
ये हुये सम्मानित – रायपुर से पद्मश्री मदन चौहान का कला साधना के लिये , डॉ. चितरंजन का साहित्य साधना के लिये सम्मान किया गया। बालोद जिले से पद्मश्री शमशाद बेगम का साक्षरता अभियान और सामाजिक बुराईयों के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय योगदान के लिये सम्मान किया गया। इसी तरह बिलासपुर के नित्यानंद शर्मा का स्वच्छता अभियान में सक्रिय सहभागिता के लिये , बलरामपुर जिले के बिरझु सिंह का स्वच्छता और खैरवार जनजाति के उत्थान के लिये सम्मान किया गया। बस्तर से नवी मोहम्मद का वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और निराश्रितों की सहायता के लिये सम्मान किया गया। कांकेर जिले के राजूराम मरकाम को स्वास्थ्य शिविर, निःशुल्क उपचार के लिये और धमतरी की लखमशी भाई भानुशाली को निराश्रित बच्चों और बुजुर्गों के कल्याणार्थ कार्यों के लिये सम्मान किया गया। बलौदाबाजार जिले के मिक्खा सिंह सम्मान से सम्मानित सरजू साहू को उनकी खेलकूद प्रतिभा के लिये सम्मानित किया गया। धमतरी के अश्विनी गजेंद्र का महिलाओं को स्वावलंबी बनाने , गरियाबंद नूतन लाल साहू का रचनात्मक लेखन और गतिविधियों के लिये , सरगुजा के मंगाराम का कोविड-19 संक्रमणकाल में सामाजिक कार्यों के लिये सम्मान किया गया। इसी तरह नारायणपुर जिले की श्रीमती एन.के. आजाद को बच्चों की शिक्षा , वरिष्ठ नागरिकों और निराश्रितों की सेवा के लिये सम्मानित किया गया। मुंगेली जिले के अशोक तिवारी को स्काउट शिक्षा और योग प्रशिक्षण के लिये , कोण्डागांव जिले के खेम वैष्णव को उनके लोक चित्रों के लिये , दंतेवाड़ा जिले के अमर सिंह ठाकुर को सामाजिक कार्यों में सहयोग के लिये प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।