उर्वरक गुण नियंत्रण अन्तर्गत जांच दल गठित
गुणवत्ता के संबंध में लगातार किया जा रहा है निरीक्षण

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। खरीफ वर्ष 2024-25 हेतु कृषकों को बीज-खाद का वितरण प्रारम्भ हो चूका है। जिले में मांग अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरक एवं बीज का भण्डारण सहकारी समितियों में किया गया है। जिसमें यूरिया, सिंगल सुपर फास्फेट, डी.ए.पी, पोटाश एवं एन.पी.के, कुल 9136 मे.टन तथा बुआई हेतु धान फसल की विभिन्न किस्मे स्वर्णा, स्वर्णा सब 1, महामाया, एम.टी.यू. 1010, एम.टी.यू. 1001, एम.टी.यू. 1156, राजेष्वरी, पीकेवी- एचएमटी, सी.जी. देवभोग आदि किस्मों के बीज कुल 13070 क्विंटल उपलब्ध है। किसान भाई आवश्यकतानुसार बीज-खाद का उठाव कर सकते है। कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल द्वारा खाद बीज भण्डारण वितरण की नियमित समीक्षा की जा रही है। जिला गरियाबंद में बीज एवं उर्वरक की सुचारू आपूर्ति, अल्पकालीन कृषि ऋण स्वीकृति व आदानों के अग्रिम उठाव में गति लाने के लिए समितियों के नियमित निरीक्षण हेतु कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल द्वारा विकासखण्डवार समिति गठन किया गया है जिसमें सहकारिता विस्तार अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, केन्द्र प्रभारी डबल लॉक एवं पर्यवेक्षक जिला सहकारी केन्द्रीय बैक शामिल है। यह समिति प्रति दिन कम से कम 05 सहकारी समितियों का निरीक्षण कर बीज एवं उर्वरक की उपलब्धता एवं अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। साथ ही किसानों को खाद, बीज के अग्रिम उठाव हेतु प्रोत्साहित करेगी एवं उर्वरक एवं बीज के आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या होने पर उप संचालक कृषि/जिला विपणन अधिकारी/सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं/नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैक को अवगत कराते हुए निराकरण करायगी। किसान भाई पोषक तत्व प्रबंधन हेतु रासायनिक उर्वरक, जैव उर्वरक, नेनो डी.ए.पी, नेनो यूरिया का उपयोग कर सकते है, साथ ही हरी खाद हेतु सनई, ढेचा बुआई कर सकते है। सहकारी समितियों के माध्यम से शून्य प्रतिषत ब्याज दर होने के कारण कृषकों को अतिरिक्त ब्याज पृथक से नही देना होता है। किसान भाइयों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में उर्वरकों का अग्रिम उठाव कर लाभ उठाएं।