CGBREKINGS : ‘खाता किराए पर दो, करोड़ों कमाओ’ — राजिम से चला साइबर ठगी का गोरखधंधा, गरियाबंद पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई में 10 गिरफ्तार!
गरियाबंद/राजिम (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से एक ऐसा हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। पुलिस ने बैंक खातों को किराए पर देकर साइबर ठगों को करोड़ों की ठगी में मदद करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। थाना राजिम की यह कार्रवाई राज्यभर में साइबर अपराधियों के लिए एक करारा संदेश बन गई है।

4.16 करोड़ की ठगी — बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खातों का हुआ दुरुपयोग!
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र की राजिम शाखा के सात खातों का उपयोग देशभर में हुई ऑनलाइन ठगी की रकम को इकट्ठा करने के लिए किया गया। 30 मई 2024 से 17 मार्च 2025 के बीच इन खातों में कुल 4 करोड़ 16 लाख 96 हजार 238 रुपए जमा हुए। यह रकम अलग-अलग राज्यों के मासूम लोगों से की गई ऑनलाइन ठगी की थी, जो इन खातों के जरिए घुमाई जा रही थी।
म्यूल अकाउंट बनकर कर रहे थे मनी लॉन्ड्रिंग!
खाताधारकों ने स्वयं स्वीकार किया कि उन्होंने अपने बैंक खाते किराए पर दिए थे, और बदले में नकद पैसा या कमीशन लिया करते थे। इन्हीं खातों का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड की रकम छुपाने और घुमाने के लिए किया गया। यह एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे अब पुलिस ने नाकाम कर दिया है।
राजिम पुलिस की दबिश — 10 आरोपी धराए!
गरियाबंद पुलिस ने जबरदस्त दबिश देकर निम्नलिखित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
- राधा साहनी, 43 वर्ष, देवारपारा, राजिम
- युवराज आदिल, 30 वर्ष, शास्त्री चौक, बकली
- बांकेबिहारी निषाद, 24 वर्ष, शंकर नगर, नयापारा
- कुंजबिहारी निषाद, 30 वर्ष, शंकर नगर, नयापारा
- रवि सोनकर, 33 वर्ष, बगदेहीपारा, नयापारा
- पवन कुमार मिरी, 28 वर्ष, सतनामीपारा, बकली
- मोहनीश ताण्डिया, 29 वर्ष, नवागांव (खिसोरा), मगरलोड
- हरीश साहू, 31 वर्ष, भाठापारा, छांटा
- रवि कुमार टिलवानी, 49 वर्ष, महादेव घाट, रायपुर
- योगेन्द्र बंजारे, 29 वर्ष, पटेलपारा, खिसोरा
बड़े गिरोह की कड़ी—पुलिस की तफ्तीश जारी
जांच में पता चला है कि ये लोग केवल एक छोटे हिस्से का हिस्सा हैं। इनके पीछे बड़े-बड़े साइबर गैंग काम कर रहे हैं, जो गरीब और भोले-भाले लोगों को कुछ पैसों के लालच में अपना खाता किराए पर देने के लिए फांसते हैं। पुलिस अब इन खातों से जुड़े डार्क नेटवर्क और बड़े मास्टरमाइंड्स की तलाश में जुट गई है।
क्या है म्यूल अकाउंट?
म्यूल अकाउंट ऐसा बैंक खाता होता है जो मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ठग पहले फ्रॉड से पैसा कमाते हैं और फिर इसे म्यूल अकाउंट में डालकर उसे वैध दिखाने की कोशिश करते हैं। इस तरह के खातों की ट्रेसिंग मुश्किल होती है, इसलिए इनका इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है।
बी.एन.एस. की कड़ी धाराओं में मामला दर्ज
इन सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 317(2), 317(4), 318(4), 61(2)(क), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस की चेतावनी — अब और नहीं बख्शे जाएंगे साइबर गिरोह!
गरियाबंद पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते किसी के भी कहने पर किराए पर न दें। यह गंभीर अपराध है, और यदि कोई व्यक्ति इस चक्कर में पड़ता है तो वह भी साइबर क्राइम का साझेदार माना जाएगा।
थाना राजिम और स्पेशल टीम की विशेष भूमिका
इस संपूर्ण अभियान में राजिम पुलिस थाने और जिला स्पेशल टीम ने साहस और सजगता का परिचय दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में की गई इस कार्रवाई को पूरे राज्य में सराहा जा रहा है।