आवागमन में बनी है समस्या, गड्ढों में भर रहा पानी, कीचड़ से सडक़ सराबोर
भागवत दीवान
कोरबा (गंगा प्रकाश)। औद्योगिक नगरी कोरबा में डीएमए फंड की मोटी राशि खर्च के लिए मौजूद होती है ।इसके बाद भी जिले की सडक़ों पर राहत का मरहम लगा पाने में प्रशासन नाकाम रहा है । स्थिति यह है कि सडक़ों में डामर कम गड्ढे ज्यादा दिख रहे हैं । जर्जर सडक़ों ने आवागमन मुश्किल कर दिया है । जाम व हादसे की वजह जर्जर सडक़ बनी हुई है।
बालको नगर जाने वाले प्रमुख मार्ग में से एक कांटाघर से बेलगिरी नाला पुल होते हुए परसाभाठा तिराहा तक सडक़ पर चार पहिया तो दूर पैदल भी नहीं चल सकते। सडक़ पर हर कदम पर गड्ढे और कीचड़ से लथपथ सडक़ पर हर रोज बाइक सवार फिसल कर गिर रहे हैं, करीब एक किमी सडक़ की मरम्मत में देरी हो रही है।दर्री बरॉज पुल से लेेकर गोपालपुर तक सडक़ का काम चल रहा है, लेकिन दर्री बरॉज से जैलगांव तक की सडक़ पर वैकिल्पक तौर पर गड्ढों को पाटने का काम शुरु नहीं हुआ है। बारिश थमने के बाद गड्ढे और उड़ते धूल से लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है। चेकपोस्ट से लेकर ढेंगुरनाला पुल तक सडक़ पर गड्ढों को पाटने का काम अब तक शुरु नहीं हुआ है। चेकपोस्ट से परसाभाठा तक बालको द्वारा सडक़ बनाई गई है। चेकपोस्ट से ढेंगुरनाला तक सडक़ व पुल की जर्जर हालत को ठीक नहीं कराया जा रहा है। शहर और उपनगरीय इलाकों की जर्जर सडक़ों और उसमें फंस रहे लोगों की तस्वीर अब सोशल मीडिया में विपक्षी पार्टी के नेता और आम लोग खूब वायरल कर रहे हैं। सडक़ों की स्थिति पर तंज कसते हुए फोटो डाले जा रहे हैं। सत्ता पक्ष के नेताओं को फोटो टैगकर जवाब भी मांगा जा रहा है।
मेयर ने कमिश्नर को लिखा पत्र
खराब सडक़ों को लेकर अब मेयर राजकिशोर प्रसाद से आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि जो सडक़े परफार्मेंस गारंटी पर है उन्हें बारिश के बाद जल्द मरम्मत कराई जाएं। वहीं ऐसी सडक़ें जो प्रस्तावित है उनकी निविदा कर जल्द शुरु करें जिससे लोगों को सुविधा मिले।