गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। आदिवासी दिवस के अवसर पर नगर में आदिवासी समाज की कॉपी लंबी भीड़ भरी रैली निकाली गई। जिसमें आसपास अंचल के लगभग 5000 आदिवासी महिला पुरुषों ने काफी उत्साह एवं जोश खरोश के साथ नारा लगाते हुए नगर भ्रमण किया।आदिवासियों की रैली कृषि उपज मंडी से निकलकर द्वारा शिवनी रानी चौक पुराना बस स्टैंड महल रोड होते हुए मौली मंदिर से वापस कृषि उपज मंडी प्रांगण लगभग 3 किलोमीटर चलकर पहुंची। पूरे रास्ते में डीजे झंडे के साथ नाचते गाते आदिवासी एक तीर एक कमान आदिवासी एक समान जैसे कई प्रकार के नारा लगाते नगर भ्रमण किया। कृषि मंडी पहुंचने पर बूढ़ा देव की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत के साथ किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों नेअ पने संबोधन में आदिवासियों को भारत वर्ष के मूल निवासी बताते हुए कहा कि आदिवासियों के अस्तित्व के बिना भारत देश की कल्पना ही नहीं की जा सकती। भारत के लंबे समय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अनेक आदिवासी नेताओं ने अपना बलिदान दिया। भारत को आजाद करने में आदिवासियों की भूमिका अमूल्य थी। आदिवासियों का सिधापन एवं अपने काम से कम रखना उनकी विशेषताओं में शुमार है। आदिवासी नेता महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गुंडाधुर, बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती जैसे हस्तियां आदिवासी समाज में हुई है। अनेक अतिथियों ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार का उल्लेख करते हुए छत्तीसगढ़ द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र करते हुए कहां की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित कर समाज का मान बढ़ाया है। आदिवासी समाज के प्रदेश सचिव जितेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि आदिवासियों को उनका हक और सम्मान दिलाने उनकी समस्याओं का निराकरण करने भाषा संस्कृति और इतिहास के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के 9 अगस्त 1994 को विश्व आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया। तब से देश और दुनिया में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ जनजाति बाहुल्य देश है यहां की जनजातीय कला एवं संस्कृति अनमोल है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश के वरिष्ठ विधायक अमितेश शुक्ल के नेतृत्व में बीते साढे चार सालों में समाज के सभी वर्गों के साथ आदिवासी समाज भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आदिवासी समाज के नगर अध्यक्ष एवं वार्ड पार्षद द्वारिका ठाकुर ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार आदिवासी संस्कृति को जीवन करने उन्हें अधिकार दिलाने का काम कर रही है। यह कांग्रेस सरकार में ही हो रहा है। जब आदिवासी दिवस पर राज्य में अवकाश घोषित हो रहा है। प्रदेश के मुख्य आदिवासी भाई बहनों के हित को लेकर सजग है और लगातार उनके हित के लिए बड़े फैसले ले रहे हैं। आदिवासी समाज के सामाजिक पाली अध्यक्ष आनंद मराई ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जल जंगल जमीन का असली मालिक यहां के मूल निवासी आदिवासी है। आदिवासी समाज प्रदेश का गौरव है। आज पूरे विश्व में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। आदिवासी समाज की एक अपना अलग परंपरा और संस्कृति है। हमें अपनी संस्कृति को अपने अधिकारो की रक्षा खुद करनी है। इसलिए सभी आगे आए आदिवासियों के हितों के लिए लड़ाई लड़े। कार्यक्रम में महिलाएं एवं युवतियां काफी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में भाग लेने वालों में नगर पंचायत अध्यक्ष जगदीश यादव जितेंद्र सिंह ठाकुर भानु प्रताप ध्रुव सियाराम ध्रुव नाथू कश्यप कमलेश कश्यप सहित सर्कल समाज के पदाधिकारी युवा एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।
फिंगेश्वर में अंचल के आदिवासियों ने मनाया धूमधाम के विश्व आदिवासी दिवस
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