राज्यपाल श्री रमेन डेका का फिंगेश्वर दौरा: गरियाबंद कलेक्टर बी एस उइके और राजिम विधायक रोहित साहू ने किया स्वागत, उन्नत मछली पालन और मुर्गी पालन का अवलोकन
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज फिंगेश्वर के ग्राम सरगोड़ स्थित एस एस एग्रो फॉर्म संस्थान का दौरा किया। इस दौरान गरियाबंद जिले के कलेक्टर बी एस उइके और राजिम विधायक रोहित साहू भी उनके साथ उपस्थित थे। कलेक्टर बी एस उइके ने राज्यपाल का गर्मजोशी से स्वागत किया, जबकि विधायक रोहित साहू ने क्षेत्रीय विकास में संस्थान की भूमिका और इसके योगदान को बताया।

राज्यपाल द्वारा उन्नत मछली पालन और मुर्गी पालन की तकनीकों का अवलोकन
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने एस एस एग्रो फॉर्म संस्थान में मछली पालन और मुर्गी पालन की उन्नत तकनीकों का गहराई से अवलोकन किया। राज्यपाल ने इस मौके पर बताया कि मछली पालन के लिए अपनाए गए पर्यावरण-हितैषी तरीके और मुर्गी पालन की उन्नत पद्धतियों से न केवल स्थानीय किसानों को फायदा हो रहा है, बल्कि इससे रोजगार के भी नए अवसर पैदा हो रहे हैं। उन्होंने संस्थान के प्रयासों को सराहा और इसे अन्य क्षेत्रों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बताया।
कलेक्टर बी एस उइके और विधायक रोहित साहू का योगदान
कलेक्टर बी एस उइके ने राज्यपाल को संस्थान के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर किसानों की आय में वृद्धि हो रही है। साथ ही, विधायक रोहित साहू ने कहा,
“हमारे क्षेत्र में इस तरह के संस्थान किसानों की मदद कर रहे हैं और यह उनकी जीवनशैली को बेहतर बनाने में सहायक हैं।”
विधायक श्री साहू ने राज्यपाल से आग्रह किया कि ऐसे संस्थानों को और अधिक समर्थन दिया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान उन्नत तकनीकों का उपयोग कर सकें और उनकी आजीविका में सुधार हो सके।
राज्यपाल का संदेश और सरकार की प्रतिबद्धता
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने इस दौरान कहा, “हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में कृषि और पशुपालन को एक नए स्तर तक ले जाने के लिए हम उन्नत तकनीकों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।” उन्होंने एस एस एग्रो फॉर्म संस्थान के कार्यों को सराहा और इसे राज्य में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।
संस्थान का भविष्य और क्षेत्रीय विकास
एस एस एग्रो फॉर्म संस्थान मछली पालन, मुर्गी पालन और अन्य कृषि गतिविधियों में उन्नत तकनीकों का उपयोग कर रहा है, जो छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। राज्यपाल ने संस्थान के विस्तार के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि ऐसे संस्थान राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।