स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर अवैध वसूली, सरकारी कर्मचारियों को बनाया निशाना…
गिरोह के मास्टरमाइंड कौन?
कवर्धा (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में फर्जी पत्रकारों के एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. जिसने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की नींद हराम कर दी थी, और सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल कर लाखों रुपये की अवैध उगाही का कारनामा किया है इतना ही नहीं, इस गिरोह की धमकियों का असर स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारी और राज्य के चर्चित आईएएस अधिकारी, स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया तक पहुंच गया.
स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर वसूली
इस गिरोह के सदस्य रियाज अत्तारी, फिरोज खान, अजय जांगड़े खुद को पत्रकार बताने वाले और उनके साथी अमन बिसारिया द्वारा सरकार के बड़े अधिकारियों का करीबी बताकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को धमकाते थे. महिला की आवाज में फोन कर धमकाने से लेकर निलंबन और ट्रांसफर की झूठी धमकियां देते थे यह गिरोह पिछले चार महीनों से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों की नींद उड़ा चुका था जिससे तक हारकर स्वास्थ्य कर्मियों ने पुलिस का सहारा लिया जिसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है.
ऐसे करते थे ब्लैकमेल
चारों आरोपी पहले सरकारी कर्मचारियों से संपर्क करते और उन्हें काम में लापरवाही का झूठा आरोप लगाकर डराते. इसके बाद, ये लोग फोन पर ऐप्लिकेशन का उपयोग कर महिला आवाज में “छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया का पीए” होने का दावा कर कार्यवाही कराने की धमकी देते थे.
पीड़ितों ने बताई आपबीती
ग्रामीण चिकित्सा सहायक मदन सिंह पुरले ने पुलिस को बताया कि उन्हें झूठी खबरें चलाने की धमकी देकर ₹10,000 की उगाही की गई. इनमें से ₹5,000 ऑनलाइन ट्रांसफर और ₹5,000 नगद लिए गए। नेत्र सहायक अधिकारी प्रभात गुप्ता ने बताया कि आरटीआई के नाम पर डराकर उनसे ₹32,000 की अवैध वसूली की गई.
गिरोह के मास्टरमाइंड कौन?
- अमन बिसारिया – खुद को “मंत्री जी का निज सचिव” बताने वाला, वॉयस चेंजर ऐप से महिला की आवाज में कॉल कर ब्लैकमेल करता था.
- रियाज अत्तारी – “टाइम्स न्यूज इंडिया” का संचालक, सरकारी अधिकारियों से वसूली में माहिर.
- फिरोज खान – “24 सीजी न्यूज” का कथित पत्रकार, झूठी खबरें फैलाने में माहिर।
- अजय जांगड़े – ब्लैकमेलिंग के लिए न्यूज पोर्टल चलाने वाला, प्रशासन को बदनाम करने की धमकी देता था.
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
शिकायत के बाद, कबीरधाम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 319(2), 308(2), 61(2) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अब गिरोह से जुड़े और भी नामों की जांच कर रही है, जिससे आने वाले दिनों में कई और खुलासे हो सकते हैं. यह मामला न सिर्फ पत्रकारिता की साख पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह फर्जी पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग का खेल खेला जा रहा था
There is no ads to display, Please add some


